साध्वी चित्रलेखा ने कहा है कि केंद्र में मोदी सरकार सत्ता में आई तो संत समाज को गौहत्या, भ्रूण हत्या पर अंकुश लगाने और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर आस जगी थी। उन्होंने आज यहां कहा कि आज चार बरस बाद भी यह उम्मीद ही बनी हुई है। संत समाज चाहता है कि उनकी यह उम्मीद पूरी हो और अयोध्या में जल्द राम मंदिर बने। साध्वी चित्रलेखा ऐलनाबाद में पिछले छह दिन से चल रही श्रीमछ्वागवत कथा में वाचन कर रही हैं।
साध्वी चित्रलेखा ने प्रतिपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला के आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सियासत तथा धर्म एक सिक्के के दो पहलू हैं पुरातन काल में राजा-महाराजाओं के दरबार में संत समाज सलाहकार के रूप में होते थे। समाज को जागने की जरूरत है। हमें शास्त्र के अनुसार पहले संत को समझना और परखना चाहिए। उन्होंने बताया कि लोग टीवी पर एक दो बार किसी की कथा सुनकर उन्हें भगवान का टैग दे देते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। बुराई तभी पनपती है जब अच्छे लोग सो जाते है। ऐसे में अच्छे लोगों को अन्याय एवं बुरे कर्मों के खिलाफ आगे आना चाहिये।