जींद: कुरूक्षेत्र सांसद राजकुमार सैनी ने माता बनभौरी धाम के सरकारीकरण के फैसले का विरोध करने वाले श्रद्धालुओं को डंके की चोट पर भरोसा दिलाया कि वे लाखों लोगों की आस्था को किसी भी कीमत पर चोट नहीं पहुंचने देंगे। मंदिर के सरकारीकरण को रोकने के लिए वे पहले मुख्यमंत्री से बात करेंगे। अगर यहां बात नहीं बनी तो वे इस मसले को लेकर देश की सबसे बड़ी पंचायत लोकसभा में गूंजाने का काम करेंगे। सरकार के इस तरह के फैसले के पीछे कुछ स्वार्थी किस्म के ट्रस्टी लोग होते हैं। किंतु मां के भक्त कतई भी चिंता ना करें, वे उनके वकील बनकर पैरवी करेंगे।
कुरूक्षेत्र सांसद ने यह आश्वासन शुक्रवार को जींद की ब्राह्मण धर्मशाला में उपस्थित माता के श्रद्धालुओं को दिया। इस मौके पर लोकतंत्र सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय महामंत्री रामराजी शर्मा, ब्राह्मण सभा के प्रधान भगवानदत्त, महासचिव ओमनारायण, भालचंद्र, विजय कृष्ण, सूर्य प्रकाश, पूर्व प्रधान रामफूल शर्मा, अनिल गालवं पेगां, ओमप्रकाश, डॉ. तेलूराम, बलवान कौशिक, जिला पार्षद विनोद सैनी, राजा सैनी, जगबीर शर्मा, बनारसी दास शर्मा, फूल कुमार शास्त्री सहित विभिन्न वर्गों के लोग मौजूद थे। सांसद सैनी ने कहा कि बीती 26 नवंबर को जींद में जो रैली हुई है, उसका शोर केवल हरियाणा में ही नहीं, पूरे देश में गूंज रहा है। जब तक व्यवस्था में समानता नहीं आएगी, तब तक जात-पात के नाम पर लोग यूं ही एक-दूसरे से भिड़ते रहेेंगे। इसलिए सौ प्रतिशत आरक्षण की जो मुहिम छेड़ी है, उसमें हरियाणा के लोगों को एकजुटता दिखाते हुए इसमें बराबर सहयोग की आहुति डालनी होगी।
उन्होंने कहा कि इतने विरोधाभास के बाद समानता रैली की सफलता के पीछे लोगों की एकजुटता है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुझ पर जाति-पाति का आरोप लगाने वाले ही खुद इस जहर को घोल रहे है। मैं तो सभी के लिए समान आरक्षण मांग रहा हूं, जबकि केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह एक विशेष जाति को ही आरक्षण दिलाने की बात कर रहे हैं। एक सवाल के जवाब में सैनी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, मुख्यमंत्री के सपने देखते-देखते इस मुकाम पर पहुंच गए है कि उनको दूसरों के दम में भी कमजोरी नजर आ रही है।
अगर लोगों के सहयोग से उनका कारवां यूं ही चलता रहा तो वे निश्चित तौर पर प्रदेश की बागडोर संभालेंगे और यहां समानता का साम्राज्य स्थापित होगा। फिर कोई भी स्वार्थी या फिर तुगलकी फरमान मंदिरों के विरोध में नहीं आयेगा। उन्होंने कहा कि वे पूरी तरह से माता बनभौरी के श्रद्धालुओं के साथ है। मंदिर के सरकारीकरण को लेकर जो उनकी आस्थाओं को ठेस पहुंची है, यह बेहद ही दुखदायी घटनाक्रम हैं। वे श्रद्धालुओं के वकील बनकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल से मुलाकात करेंगे।
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– संजय शर्मा