रोहतक: सुनारिया जिला कारागार में साध्वी यौन शोषण मामले में बीस साल की सजा काट रहे बाबा रहीम अब पूरा दिन खेत में ही बिताने लगे है। बाबा द्वारा तैयार की गई क्यारियों में सब्जियां लगनी शुरू हो गई है। जेल प्रशासन ने बाबा को बागवानी का काम सौप रखा है और इसके लिए पिछले करीब एक माह से बाबा सब्जियां उगाने में लगे हुए है। हालांकि काम के चलते बाबा का शुगर लेवल भी ठीक है, लेकिन उन्होंने अपनी डाईट काफी कम कर दी है। बताया जा रहा है कि बाबा का वजन भी आठ से नौ किलो कम हो गया है। जेल मैन्युअल के अनुसार मिलने वाला खाना ही बाबा खा रहे है। बाबा के साथ तीन अन्य कैदी नंबरदार भी रहते है। बाबा की जेल बैरक अस्पताल से थोडी दूरी पर है, जबकि अन्य कैदियों की बैरक काफी दूर है।
यह भी बताया जा रहा है कि जब बाबा कैंटीन से सामान खरीदते है तो उस वक्त अन्य कैदियों को बैरक में जाने को कह दिया जाता है। जेल सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि कुछ अधिकारियों व बाबा की डयूटी में लगे सुरक्षा कर्मियों को ही बाबा ने नजदीक से देखा है। बाबा राम रहीम सुनारियां जेल में सब्जियां उगाने में खूब मेहनत कर रहे है। बताया जा रहा है कि इसकी वीडियोग्राफी कराई जाती है। बैरक से बाहर निकलने के बाद राम रहीम सीधे खेत में पहुंचता है और सब्जियों में पानी, खाद डालने का काम शुरू कर देता है। बताया जा रहा है कि बाबा ने करीब आधे एकड से कुछ कम हिस्से में सब्जियां उगाई है, जिसमें मूली, गाजर, पालक, मेथी का बीज डाला गया है। पालक अधिकतर तैयार हो चुकी है। सब्जियां तैयार होने के बाद इन्हें जेल में ही प्रयोग में लाया जाएगा। बाबा राम रहीम को सजा सुनाने के बाद उनके सामने कई काम रखे गए थे, जिनमें से जेल प्रशासन ने उन्हें बागवानी का जिम्मा सौंपा गया था।
इस काम के लिए बाबा को प्रतिदिन 40 रूपये मेहनताना भी मिलेगा। हालांकि बाबा के खाते में हर माह परिजन छह हजार रूपये जमा कराते है। जेल सूत्रों के अनुसार बाबा को भरोसा है कि हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिलेगी और इस बारे में उन्होंने साथ रहने वाले नंबरदारों को भी बताया है। नाम न छापने की शर्त पर एक सुरक्षाकर्मी ने बताया कि शुरूआत में बाबा थोडा बेचैन था, लेकिन अब वह घुलमिल गया है। हालांकि उनका वजन भी कम हुआ है। बाबा जेल में शुगर व वीपी की लगातार दवाईयां ले रहे है। खेत में काम करने की बजह से बाबा का शुगर लेवल भी अब ठीक है।
(मनमोहन कथूरिया)