हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार ने सुशासन के प्रतीक ‘राम राज्य’ के सपने को साकार करने के लिए अभूतपूर्व बदलाव लाये हैं।
सुशासन के प्रमुख मंत्र
हालांकि हमारे शास्त्रों में यह माना जाता है कि प्रत्येक नागरिक की खुशी सुनिश्चित करना किसी भी शासक का परम कर्तव्य है। वर्तमान समय में, यह सुशासन के प्रमुख मंत्र के रूप में कार्य कर सकता है। राज्य सरकार ने इस मंत्र का पालन करते हुए सदियों पुरानी व्यवस्था में आमूलचूल (पूरी तरह) परिवर्तन किया है।
सरकार की ‘लाल डोरा मुक्त’ योजना
राज्यपाल ने यहां विधानसभा के बजट सत्र की शुरूआत पर अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार द्वारा किए गए कुछ अग्रणी नवाचारों को ना केवल अन्य राज्यों द्वारा बल्कि केंद्र सरकार द्वारा भी अपनाया जा रहा है।दत्तात्रेय ने कहा, पिरामिड के नीचे वालों के उत्थान के उद्देश्य से मेरी सरकार ने ‘मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना’ शुरू की है। स्वामित्व अधिकार देने के लिए सरकार की ‘लाल डोरा मुक्त’ योजना को केंद्र सरकार द्वारा ‘स्वामित्व योजना’ के नाम से पूरे देश में लागू किया गया है।
व्यापक सुशासन अभियान शुरू किया गया
केंद्र सरकार की एक टीम ने भी ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना का अध्ययन करने के लिए राज्य का दौरा किया।उन्होंने कहा कि राज्य भर में सभी विभागों और क्षेत्रों को शामिल करते हुए एक व्यापक सुशासन अभियान शुरू किया गया है और इसके लिए राज्य सरकार ने आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए ई-गवर्नेंस का रास्ता अपनाया है।
सरकार ने अनेक योजनाएं चलाई
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,राज्यपाल ने कहा कि सभी सामाजिक सुरक्षा पेंशन, सब्सिडी और वित्तीय सहायता के लिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) की सुविधा शुरू की गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सरकार द्वारा वितरित किया जा रहा एक-एक पैसा योग्य लाभार्थी तक पहुंचे।