चंडीगढ़ : लोकसभा चुनाव के दौरान हरियाणा की सभी दस सीटों पर सुपड़ा साफ होने के बाद कांग्रेस पार्टी सकते में है। जिसके चलते पार्टी हाईकमान ने अब दोबारा चार जून को दिल्ली में हार पर मंथन के लिए बैठक बुला ली है। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद एक बार हरियाणा के कांग्रेस दिल्ली में पार्टी प्रभारी गुलाम नबी आजाद से मिल चुके हैं लेकिन उस बैठक में न तो कई फैसला लिया गया और न ही हार के कारणों पर चर्चा हो सकी।
अब कांग्रेस हाईकमान ने चार जून को दिल्ली में दोबारा बैठक बुलाई है। पार्टी प्रभारी गुलाम नबी आजाद की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, किरण चौधरी, कुलदीप बिश्नोई समेत तमाम चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व अन्य नेता भाग लेंगे। इस बैठक में अशोक तंवर द्वारा जहां हार के कारणों पर मिले फीडबैक के आधार पर अपनी रिपोर्ट पेश की जाएगी वहीं गुलाम नबी आजाद चुनाव हारने वाले सभी प्रत्याशियों से भी उनके विचार जानेंगे।
कांग्रेस की इस मंथन बैठक में शामिल होने से पहले अशोक तंवर ने बताया कि उनके द्वारा लोकसभा चुनाव के अलावा विधानसभा की तैयारियों के संबंध में भी एक रिपोर्ट तैयार की गई है। इस बैठक के दूसरे चरण में गुलाम नबी आजाद द्वारा हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ने की रणनीति पर भी विचार किया जाएगा। अशोक तंवर ने स्वीकार किया कि हरियाणा में ब्लाक व जिला कार्यकारिणी के गठन में पार्टी के ही कुछ नेता परोक्ष रूप से अड़ंगा लगाते रहे हैं। जिसके चलते चार जून की बैठक में संगठन के गठन के बारे में भी चर्चा की जाएगी।
(राजेश जैन)