रोहतक: स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू कराने व किसानों का कर्ज माफ कराने की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा ने शहर में जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में स्वामीनाथ रिपोर्ट लागू करने का वायदा किया था, लेकिन सता में आते ही भाजपा अपने वायदे को भूल गई है। आज प्रदेश में किसानों की हालत दयनीय बनी हुई है और सरकार चुप्पी साधे हुए है। बुधवार को अखिल भारतीय किसान सभा हरियाणा के सदस्य सेक्टर एक स्थित ताऊ देवीलाल पार्क में एकत्रित हुए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जब प्रदर्शनकारी जुलुस के रूप में दिल्ली बाईपास चौक पर पहुंचे तो पुलिस ने बेरिकेटस लगाकर उन्हें रोकने का प्रयास किया।
इसी दौरान प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच तनातनी भी हुई। बाद में प्रदर्शनकारी लघु सचिवालय पहुंचे और अपनी मांगों संबंधी ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि सत्ता में आने से पहले भाजपा ने किसानों को लेकर कई लोक-लुभावन नारे दिए थे। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने का दावा किया था, लेकिन एक भी वायदा पूरा नहीं किया गया। फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे, किसान लगातार कर्ज के बोझ तले दबा जा रहा है। हरियाणा जैसे प्रदेश में हालात ऐसे बन गए हैं कि किसान खुदकुशी के लिए मजबूर हो गया।
इसके खिलाफ प्रदेश में आंदोलन चलाया जाएगा, क्योंकि भाजपा वोट लेने के बाद अब किसानों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने प्रदेश सरकार को चेताया कि अगर जल्द उनकी मांगों का समाधान नहीं हुआ तो सभा पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल देंगी। एसडीएम ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों का ज्ञापन सरकार तक पहुंचा दिया जाएगा, जिसके उन्होंने अपना प्रदर्शन समाप्त किया।
(मनमोहन कथूरिया)