चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की पहल पर पहली बार शहरी स्थानीय निकाय के उच्चाधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों से सीधा संवाद कर विकास कार्यों की प्रगति की जायजा लेने के लिए चंडीगढ़ मुख्यालय में आज बैठक बुलाई गई तथा बैठक में गुरुग्राम तथा फरीदाबाद व करनाल स्मार्ट सिटी तथा अमृत योजना के तहत 18 शहरों की योजनाओं की समीक्षा की गई। हरियाणा निवास में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुंख्यमंत्री ने अधिकारियो को निर्देश दिए कि पैसे की कमी के कारण मुख्यमंत्री की घोषणाएं का कार्य न रूके।
उन्होंने कहा कि इसके लिए 3 जून को मुख्यमंत्री की घोषाणाओं की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई गई है जो दिनभर चलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा की सभी शहरों की पार्कों में ऑपन-जिम अधिक से अधिक खोली जानी चाहिए, इसके प्रति नौजवानों, महिलाओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। इसके अलावा सिटी बस के साथ-साथ ई-रिक्शा को अधिक से अधिक बढावा दिया जाना चाहिए। इसके लिए स्थानीय निकाय बैंकों के साथ तालमेल कर लाभपार्थियों को ऋण भी मुहैया करवाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों में विकास कार्यों की क्रियान्वयन के लिए गठित की गई 13 सदस्यीय वार्ड स्तरीय कमेटी के अलावा वहां के पार्षद तथा दो या तीन सदस्यों की एक और केमटी गठित की जाए। परियोजना पूरी होने के बाद बिलों पर इस कमेटी के सदस्यों के हस्ताक्षर अवश्य करवाए जाएं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन सदस्यों की बैठक हर दो माह में एक बार अवश्य बुलाई जाए। शहरी स्थानीय निकाय के प्रधान सचिव आनन्द मोहन शरण ने इन शहरों के विकास कार्योंं की परियोजना पर प्रस्तुतिकरण करते हुए मुख्यमंत्री को विकास कार्यों से अवगत करवाया।
बैठक में शहरी स्थानीय मंत्री श्रीमती कविता जैन, राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर के अलावा फरीदाबाद के विधायक एवं उद्योग मंत्री विपुल गोयल, विधायक नगेन्द्र भड़ाना, श्रीमती सीमा त्रिखा, श्री मूलचंद शर्मा तथा मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर, नगर निगमों के आयुक्त भी उपस्थित थे।आनन्द मोहन शरण ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि दो शहरों, फरीदाबाद का 2016 व करनाल का 2017 में चयन 100 स्मार्ट सिटी के रूप में हुआ था, उसके बाद दोनों शहरों के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड तथा स्पेशल पर्पस व्यहीकल का गठन किया गया था।
उन्होंने मुख्यमंत्री को इस बात की भी जानकारी दी कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत करनाल शहर के लिए 1171.83 करोड़ रुपये की अनुमानत लागत से 57 परियोजनाएं क्रियान्वित की जा रही है जिसमें से लगभग 87.22 प्रतिशत अर्थात 1022.08 करोड़ रुपये की 40 परियोजनाएं स्मार्ट सिटी के लिए क्षेत्र आधारित विकास परियोजनाएं जिसके तहत आधारभूत संरचना विकसित की जाएगी तथा शेष 17 परियोजनाएं आईसीटी कम्पोनेट आधारित होंगी। उन्होंने बताया कि कर्ण लेक में लाईट एवं साऊड शो एवं म्यूजिक्ल फव्वारा, सिटी बस सेवा तथा सीसीटीवी कैमरे लगाने की 11.15 करोड़ रुपये की 4 परियोजनाएं पूरी हो चुकी है। 88.87 करोड़ रुपये की 7 परियोजनाएं क्रियान्वाधिन है।
इसी प्रकार, 378.16 करोड़ रुपये की 13 परियोजनाओं की निविदा प्रक्रिया चल रही है। 177.36 करोड़ रुपये की तीन परियोजनाएं के डिजाइन तैयार किए जा रहे हैं, जबकि 516.29 की 30 परियोजनाएं का कार्य आरम्भ किया जाना है। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, श्री राजेश खुल्लर, उप प्रधान सचिव एवं फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी.उमाशंकर, वित्त विभाग के अतिरिक्त सचिव श्री टी.वी एस.एन प्रसाद, शहरी स्थनीय निकाय विभाग के महानिदेशक, श्री समीर पाल सरो, संयुक्त निदेशक श्रीमती मीनाक्षी राज के अलावा स्थानीय निकाय विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
(आहूजा, राजेश जैन)