जींद : हरियाणा रोडवेज मिनिस्ट्रीय स्टाफ एसोसिएशन ने आज सरकार की नई परिवहन नीति और रोडवेज के निजीकरण की आशंका को लेकर 25 जुलाई को राज्य भर के रोडवेज डिपो में रोष प्रदर्शन करने की घोषणा की। यह निर्णय एसोसिएशन की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया।
बैठक में लिए गए अन्य निर्णयों में 13 अगस्त को निजीकरण और सरकार की बार-बार वादाखिलाफी के विरोध में मिनिस्ट्रीय स्टाफ द्वारा परिवहन मंत्री के कैंप ऑफिस मतलोडा का घेराव शामिल है। एसोसिएशन के प्रवक्ता के अनुसार सरकार रोडवेज का निजीकरण करना चाह रही है। रोडवेज कर्मचारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
रोडवेज बेड़े में जहां लगातार बसों की कमी हो रही है वहीं स्टाफ भी दिनों दिन घटता जा रहा है। ऐसे में सरकार द्वारा हरियाणा की जनता को बेहतर परिवहन की सुविधा उपलब्ध करवाए जाने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों से हरियाणा रोडवेज कार्यालयों में लिपिकीय वर्ग की कोई भी भर्ती नहीं की गई जिससे कर्मचारियों पर वर्क लोड बढ़ता जा रहा है और सरकारी कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने हरियाणा सरकार से सत्ता में आने से पूर्व लिपिकीय वर्ग से किए गए वादों को पूरा करने की मांग की।