हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी ने आज आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार के परिवहन विभाग में प्राइवेट ट्रांसपोर्टरों की 720 बसें किराए पर लेने के विरोध में व कर्मचारियों की मानी गई मांगों को लागू नहीं करने के खिलाफ कमेटी के बैनर तले शनिवार को पानीपत के मतलौडा में परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार के कैंप कार्यालय पर रोडवेज के हजारों कर्मचारियों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार व लाठीचार्ज किए जाने से प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार का तानाशाही चेहरा एक बार फिर सामने आ गया है।
कमेटी के वरिष्ठ सदस्य दलबीर किरमारा, हरिनारायण शर्मा, विरेंद, धनखड़, अनूप सहरावत, इंद, सिंह बधाना, जयभगवान कादयान, सरबत पूनियां व रमेश सैनी ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि वह लाठीचार्ज की कड़ निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने अपने चार साल के कार्यकाल के दौरान कर्मचारी संगठनों, किसानों, मजदूरों, छात्रों व महिलाओं के शांतिपूर्ण आंदोलनों को बातचीत से हल न करके लाठी-गोली से दबाने का ही काम किया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार परिवहन विभाग में निजीकरण की नीति को बढ़वा दे रही है व कर्मचारियों की मांगों पर रोडवेज यूनियनों के साथ कई बार समझौते करने के बाद भी उनको लागू नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि विरोध जताने पर एस्मा जैसे काले कानून को लागू कर मुकदमों और उत्पीड़न की कार्रवाई से आंदोलन को दबाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे रोडवेज कर्मचारी किसी भी सूरत में सफल नहीं होने देंगे। कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने बातचीत के माध्यम से समस्या का समाधान नहीं किया तो रोडवेज कर्मचारी 16-17 अक्तूबर को राज्यव्यापी हड़ताल करने पर मजबूर होंगे।