सोहना : सोहना शहर के वार्ड-चौदह की न्यू फ्रेंडस कॉलोनी में रहने वाले और साहूकार का काम करने वाले जेवरात व्यापारी सिद्धार्थ जैन की दुकान से एक किलो सोना तथा कपड़ा व्यापारी प्रवीण गर्ग के घर से सोना और चांदी के जेवरातों से भरा थैला व कुछ कीमती कागजातों को मंगाकर गन प्वाइंट की नोक पर अपहरण कर लिया और दोनों व्यापारियों के हाथ, पैर बांध, मुंह पर टेप चिपका कर अपहृत कर ले गए लेकिन रास्ते में जब एक टोल प्लाजा पर अपहरणकर्ताओं की गाड़ी जाम में रूकी तो अपहृत दोनों व्यापारियों में से एक व्यापारी सिद्धार्थ जैन ने शीशे पर पैर मारने शुरू कर दिए। गाड़ी के भीतर हाथ, पैर बंधे युवक को शीशे पर पैर मारते देख किसी राहगीर ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में फोन नंबर कर दिया और गाड़ी नंबर बताया।
जिसके आधार पर पुलिस अपहरणकर्ताओं को पकडऩे के लिए गाड़ी के पीछे लग गई। जब अपहरणकर्ताओं ने देखा कि पुलिस उनका पीछा नही छोड़ रही है तो पुलिस को चकमा देने और अपनी जान बचाने के लिए उन्होने अपहृत किए गए दोनों व्यापारियों की पहले गाड़ी में ही जमकर धुनाई की। व्यापारी प्रवीण गर्ग का जबड़ा तोड़ दिया तो व्यापारी सिद्धार्थ जैन के हाथ, पैर और शरीर में हथियार की बट से चोट मारी और कान तोड़ दिया। भागते वक्त बदमाश दोनों व्यापारियों को उत्तरप्रदेश के सिकंदराबाद में सड़क किनारे फेंक भाग निकले। पीछा कर रही पुलिस ने जब 2 युवकों को हाथ, पैर बंधे गाड़ी से नीचे सड़क किनारे पड़े देखा तो पुलिस उनके पास पहुंच गई। तब युवकों ने बताया कि वह शहर सोहना के रहने वाले है। उनका सोहना हलका के तावडू में रहने वाले गौरव सोनी व हरि सोनी से लेनदेन का काम होता है।
बीती दोपहर करीब ढाई बजे सिद्धार्थ जैन व प्रवीण गर्ग दोनों व्यापारी वरना गाड़ी में शहर सोहना से कारोबार मामले में तावडू गौरव सोनी व हरि सोनी के पास गए थे लेकिन जब वह वापिस लौटने लगे, तभी गन प्वाइंट की नोक पर करीब आधा दर्जन भर बदमाशों ने उन्हे बंधक बना लिया और उनके पास जो माल था, उसे लूटने के साथ-साथ सिद्धार्थ जैन व प्रवीण गर्ग को पिस्टल लगाकर उनके घर उनके परिजनों को फोन करवाया और कहलवाया कि उनके वहां अमुक स्थान पर एक-एक थैले में जो ज्वैलरी रखी है, उसे लेने के लिए वह हरि को भेज रहे है, उसको वह ज्वैलरी दे दी जाए। अपहरणकर्ताओं की तरफ से भेजा गया हरि नामक व्यक्ति सिद्धार्थ जैन और प्रवीण गर्ग के यहां से ज्वैलरी से भरे थैले ले आया। तब भी अपहरणकर्ताओं ने दोनों व्यापारियों को छोडऩे की बजाय बंधक बनाकर हाथ, पैर बांध मुंह पर टेप चिपकाने के बाद उन्हे उन्ही की गाड़ी में डाल लिया और गाड़ी को सोहना से उत्तर प्रदेश की तरफ भगा ले गए।
जब अपहरणकर्ता दोनों व्यापारियों को अपहृत कर बुलंदशहर की तरफ जाने लगे तो रास्ते में एक टोल पर सिद्धार्थ जैन ने गाड़ी जाम में फंसने पर शीशे पर पैर मारने शुरू कर दिए। राहगीरों ने ऐसा नजारा देख तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी कि उन्हे ऐसा अंदेशा है कि अमुक गाड़ी में किसी ने किसी का अपहरण कर लिया है और वह उसे भगाकर ले जा रहे है। जिस पर पुलिस की कई गाडिय़ां उनके पीछे लग गई। जब अपहरणकर्ताओं ने देखा कि पुलिस उनका पीछा कर रही है तो वह पुलिस को चकमा देने के लिए गाड़ी को और तेज गति से इधर-उधर सड़कों पर दौड़ाने लगे लेकिन पुलिस ने उनका पीछा नही छोड़ा। अपने पीछे पुलिस लगी देख अपहरणकर्ताओं ने चालाकी से काम लिया और अपहृत किए गए दोनों व्यापारियों को गांव सिकंदराबाद के समीप सड़क किनारे एक स्थान पर डाल भाग निकले। जब पुलिस सड़क किनारे पड़े व्यापारियों के पास पहुंचे और उनके हाथ, पैर खोले व मुंह से टेप हटाई तो उन्होने आपबीती पुलिस को बताई।
जिसके बाद अपहृत व्यापारियों ने परिजनों को मोबाइल से सूचना दी कि अपहरणकर्ता उन्हे सिकंदराबाद के पास सड़क किनारे डाल गए है लेकिन अपहरणकर्ता लाखों के जेवरात व गाड़ी लूट ले गए है। इससे पूर्व जैसे ही व्यापारी सिद्धार्थ जैन के ससुर और भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा प्रमुख उद्योगपति राकेश जैन को अपने दामाद और उसके साथी के अपहृत होने की सूचना मिली तो वह तुरंत सोहना पहुंच गए। सोहना व्यापार मंडल के प्रधान मनोज बजरंगी, अग्रवाल सभा के प्रधान सेठ सुभाष बंसल, पंजाबी युवा संगठन के प्रधान हरीश नंदा, नंबरदार जीतू राघव, प्रीतम जैन, महाशय संजय आर्य, व्यापार मंडल के मुख्य सलाहकार उमेश अग्रवाल, क्रिकेट प्रशिक्षक टेकचंद बंसल, युवा यादव सभा के नेता देवेन्द्र यादव रायसीना, गांव लोहटकी से जगमेन्द्र खटाना की अगुवाई में सैकड़ों व्यापारी थाने में पहुंच गए। व्यापार मंडल प्रधान मनोज बजरंगी का कहना है कि शहर पुलिस थाना प्रभारी ने तत्काल कार्रवाई अमल में लाने और बदमाशों का पीछा करने की बजाय मदद करने से यह कहकर साफ मना कर दिया।
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– उमेश गुप्ता