फर्रूखनगर: शहीद जसवंत सिंह के पार्थिव शरीर को तिरंगें में लिपटा देखने के लिए तथा अंतिम दर्शनों के लिए सुबह से ही उसके पैतृक गांव शेखूपुर माजरी में गमगीन माहौल के बीच आसपास के लोगों के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा सामाजिक कार्यकर्ताओं जमावडा लगा रहा। दोपहर करीब दो बजे जसवंत के पार्थिव शरीर के साथ जैसे ही सीआरपीएफ के जवान गांव में घुसे भारत माता की जय, शहीद जसवंत सिंह अमर रहे। नारों से माहौल गूंजाएमान हो गया। जसवंत के अंतिम संस्कार में श्रद्धांजलि देने के लिए प्रशासन की ओर से जिला उपायुक्त विनय प्रतापसिंह, पूर्व मंत्री राव धर्मपाल विधायक बिमला चौधरी, पूर्व विधायक रामबीर सिंह, मार्केट कमेटी के चेयरमैन बिरेंद्र यादव, एसडीएम रविंद्र यादव, तहसीलदार रणविजय सुल्तानिया ,नायब तहसीलदार प्रदीप सिंह अंर्तराष्टीय पहलवान दलिप छिल्लर सहित काफी गणमान्य लोग पहुंचे।
सीआरपीएफ के जवानों और पुलिस की टुकड़ी ने मातमी धुन बजाकर शहीद की शहादत को नमन किया, और हवाई फायर कर सलामी दी। कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा क्षेत्र में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान गुरुग्राम जिला के गांव शेखूपुर माजरी निवासी जसवंत सिंह सीआरपीएफ की 183 बटालियन में तैनात था। 5 जून को अपने घर छुट्टियों पर आया था। वैसे तो उनका पैतृक गांव खंड फर्रूखनगर मे शेखूपुर माजरी है, लेकिन इस समय वह पटौदी खंड के हेलीमंडी में रहते थे। अपनी छुट्टियां पूरी करके जसवंत सिंह 25 जून को वापस ड्यूटी के लिए रवाना हो गया। छुट्टियों में जसवंत सिंह ने अपने परिवार के साथ पूरा समय बिताया। गांव में रहने के अलावा वह परिवार को धार्मिक स्थलों की यात्रा पर भी ले गया था।
(कृष्ण सांभ्रवाल, हंसराज यादव)