सोहना : आंतकियों से लोहा लेते वीरगति पाने वाले शहीद सूबेदार मेजर रविन्द्र सभरवाल का यहां पर आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव भौंड़सी में अंतिम विदाई दाह संस्कार किया गया। इस मौके पर भारत का नाम विश्व के मानचित्र पर गौरान्वित करने और हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद सूबेदार मेजर रविन्द्र सभरवाल को सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने शस्त्र उल्टे कर और उनके सम्मान में हवा में गोलियां दाग गार्ड ऑफ आनर के साथ सलामी दी। तिरंगे में लिपटे सूबेदार मेजर शहीद रविन्द्र सभरवाल को अंतिम सलामी देते वक्त इस संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सांसद राव इंद्रजीत सिंह, सोहना के विधायक तेजपाल तंवर तथा हलका एसडीएम की गैर मौजूदगी लोगों में चर्चा का विषय रही।
इस मौके पर विधायक पुत्र विजय तंवर, यूथ इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहताश बेदी, जिलापरिषद प्रमुख कल्याण सिंह चौहान, भाजपा में दिल्ली प्रदेश मामलों के प्रभारी व पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय प्रभारी यशबीर राघव, जिलापार्षद धर्मेन्द्र खटाना अभयपुरिया, भाजपा नेता सुंदर भड़ाना, नयागांव पंचायत के सरपंच सुरज्ञान सिंह, इनेलो के जिलाध्यक्ष रोहताश खटाना आदि प्रमुखजनों व क्षेत्र के मौजिजान लोगों ने पुष्प अर्पित किए। शहीद के नाबालिग 14 वर्षीय पुत्र व कक्षा 10वीं के छात्र ध्रुव सभरवाल अपने पिता शहीद सूबेदार मेजर रविन्द्र सभरवाल को मुखाग्नि देते वक्त माहौल गमगीन हो गया।
उपस्थित लोगों के भारत माता की जय, जब तक सूरज, चांद रहेगा, रविन्द्र तेरा नाम रहेगा और शहीद रविन्द्र रहे आदि उदघोषों से आकाश बार-बार गुंजायमान होता रहा। सीमा सुरक्षा बल में कार्यरत शहीद सूबेदार मेजर रविन्द्र सभरवाल का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर लेकर आए उनके साथी ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल की एक टुकड़ी अपने गोपनीय मिशन पर थी कि उसी वक्त उसे सूचना हाथ लगी कि कुपवाडा के समीप आतंकी एक स्थान पर छुपे हुए है। जिस पर सीमा सुरक्षा बल की टुकड़ी वहां पहुंच गई और घेराबंदी कर आतंकियों को ललकारा तो आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। उन्होने भी जवाबी फायरिंग की। जिसमें कई आतंकी मारे गए लेकिन मुठभेड़ के दौरान सूबेदार मेजर रविन्द्र सभरवाल आतंकियों की चलाई गई गोलियों की चपेट में आने से वीरगति को प्राप्त हुए है।
उन्होने साहसी सूबेदार मेजर रविन्द्र सभरवाल के साहस की सराहना करते हुए कहा कि वह अंत वक्त तक आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुए है। इससे पूर्व श्रीनगर से शहीद रविन्द्र सभरवाल के पार्थिव शरीर को दिल्ली स्थित पालम एयरपोर्ट तक विमान द्वारा और एयरपोर्ट से पुष्पों से सुसज्जित सीमा सुरक्षा बल के वाहन में उनके पैतृक गांव भौंड़सी की स्नेह विहार कॉलोनी में लाया गया। रास्ते में पडऩे वाले टीकली, इस्लामपुर, बादशाहपुर, भौंड़सी समेत रास्ते में पडऩे वाले विभिन्न गांवों के ग्रामीणों ने शहीद रविन्द्र सभरवाल के अंतिम दर्शन करते हुए उन्हें नमन किया और श्रद्धासुमन अर्पित किए।