सोनीपत : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के कहा कि शहादत की कोई कीमत नहीं होती, शहादत अनमोल होती है। जो देश शहीद का सम्मान नहीं करता वह कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता। केजरीवाल आप पार्टी द्वारा शहर के सैक्टर-15 में आयोजित स्कूल अस्पताल रैली में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थितगण को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने भारतमाता की जय के नारे के साथ अपने संबोधन का श्री गणेश करते हुए कहा कि शहीदों ने अपनी शहादत इसलिए दी थी कि उनके देश का हर वर्ग खुशहाल हो परन्तु आज देश की सरकार शहीदों के सम्मान का भूलाकर केवल अपना भला करने पर लगी हुई है। उन्होने कहा कि आज हमारे से बाद में आजाद हुए कई देश सिंगापुर, जर्मनी व जापान आदि भी विकास की दौड़ में हमसे आगे बढ़ चुके हैं।
केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा के दिल्ली पुलिस में कार्यरत शहीद आनंद व यशवीर ने डयूटी के दौरान शहादत दीथी इसके लिए उन्हें दिल्ली सरकार लगभग ढहाई वर्ष के बाद एक करोड रुपये की सम्मान राशि का चैक आज भेंट कर रही है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने इस पालिस को रद्द कर दिया था परन्तु उन्होंने इसके लिए सुप्रीम कोट में केस दायर किया जिसमें 4 जुलाई 2018 को जीत दर्ज कर योजन को लागू किया।
उन्होंने कहा कि वे पिछले एक महीने में 20 परिवारों में घर घर जाकर एक-एक करोड़ की राशि का चैक देकर शहीदों को सम्मानित करने का काम कर चुके हैं। केजरी वाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्रियों पर निशाना साधते हु ए कहा कि आज वे केवल अपनी अपनी जातियों की बात कर समाज को बांटने का का कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने विज्ञापन देकर पंजाबियोंको वोट देने की अपील की जिसमें साफ जाहिर किया है कि वे पंजाबी है लगभग 50 वर्ष बाद हरियाणा को मुख्यमंत्री पंजाबी मिला है यदि उन्होने वोट नहीं दिया तो पंजाबियों की मुख्यमंत्री की कुर्सी छीन सकती है। जबकि वे छतीस बिरादरी के लोगो की वोटों बने हुए मुख्यमंत्री है।
उन्होने ऐसा करके अन्य बिरादरियों का अपमान करने का प्रयास किया है। उन्होने पंजाबियो से आहवान किया कि यदि मुख्यमंत्री ने पंजाबियों का एक भी भलाई का काम किया हो तो वे गिनवाएं तथा उन्हें वोट दे । अन्यथा ऐसे व्यक्ति को जो एक ही जाति की बात करता हो तथा उनका एक भी भलाई का कार्य नहीं किया हो तो उसे वोट देने का अधिकार नहीं है।
उन्होने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा व चौटाला पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे जाटों से अपने जाट होने का दावा करते हुए अपने पक्ष में वोट डालने की अपील कर रहे हैं उन्हें भी अन्य बिरादरियों के लोगो से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे रैली में आए लोगों से आहवान किया की वे ऐसे लोगों के झांसे में न आए जो देश व प्रदेश में जातिवाद का जहर घोलकर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। उन्होने कहा कि एक दिन ऐसा आएगा जब ऐसे लोगो को देश व प्रदेश से लात मार कर जनता को भगाना पडेगा।
उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में सरकारी अस्पताल व स्कूल खंडर बने हुए है। आज अस्पताल में न दवाई है तथा न ही चिकित्क्षक है। गरीब आदमी चिकित्क्षक के अभाव में दम तोड रहा है और प्राईवेट अस्पताल गरीब जनता को दोनो हाथो से लुटने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में सरकारी स्कूलों की भी यही हालत है उनका शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है उनमें पढ़ाने के लिए शिक्षक भी मौजूद नहीं है। आज मजदूरों को मजूदरीं नहीं मिल रही है।
मजूदरों व किसानों की दुर्दशा बनी हुई है। आज दिल्ली न्यूनतम मजूदरी 13500 रुपये देकर देश में प्रथम स्थान पर है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उस समय करारा झटका लगा जब वे रैली को संबोधन में शहीदों की बात कर रहे थे इसी बीच डीटीसी कर्मचारी रैली स्थल पर खड़े हो गए और उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर दी।जब वे शांत नहीं हुए तो स्टेज से हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयङ्क्षहन्द ने इसे शहीदों को अपमान करार देते हुए उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं को जबरदस्ती बैठाने का आहवान किया। इस पर कार्यकर्ता तत्काल हरकत में आए गए तथा पुलिस व कार्यकर्ताओं ने उन्हें हाथापाई करते हुए रैली स्थल से बाहर का रास्ता दिखाने का काम किया।
दो प्रदर्शनकारी डीटीसी कर्मचारियों को पुलिस ने लिया हिरासत में : रैली में जोरदार हंगामा कर रहे दो प्रदर्शनकारी जब शांत नहीं हुए तो पुलिस ने बल ब का प्रयोग करना पड़ा तथा रैली में व्यवस्था बनाए रखने के उन्हें हिरासत में लेना पड़ा। इस अवसर पर दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय, रिठाला के विधायक महेन्द्र गोयल, हरियाणा प्रदेशाघ्यक्ष नवीन जयङ्क्षहद, हरियाण प्रवक्ता डा.ओमनारायण, सोनीपत संगठन मंत्री अनिल तुषीर, प्रदेश प्रवक्ता विमल किशोर, गोहाना जिला अध्यक्ष जितेन्द्र गहलावत, गन्नौर हल्का अध्यक्ष सरोज बाला, मंजू कौशिक, सतपाल मलिक सहित पार्टी के अनेक नेता मौजूद रहे।