गुरुग्राम : हरियाणा के मुख्यमंत्री एवं श्रीमाता शीतला देवी पूजा स्थल बोर्ड के चेयरमैन मनोहर लाल की अध्यक्षता में श्रीमाता शीतला देवी पूजा स्थल बोर्ड की 10वीं बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में श्रीमाता शीतला देवी मंदिर भवन के जीर्णोद्धार पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि मंदिर भवन के जीर्णोद्धार में होने वाले खर्च के कारण अब शीतला माता बोर्ड गुरुग्राम में मेडिकल कॉलेज के निर्माण में सहयोग नही देगा तथा अब यह कॉलेज प्रदेश सरकार द्वारा बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मंदिर की नई वैबसाईट का भी शुभारंभ किया। बैठक में मैडिकल कॉलेज की स्थापना करने के विषय में चर्चा की गई। मंदिर भवन के जीर्णोद्धार में खर्च होने वाली राशि को ध्यान में रखते हुए बोर्ड के सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि मैडिकल कॉलेज के निर्माण में 20 प्रतिशत राशि का सहयोग अब बोर्ड द्वारा नही दिया जाएगा।
मंदिर में अभी लगभग 50 करोड़ रूपये की राशि उपलब्ध है, जो मंदिर भवन के निर्माण के लिए कम पड़ेगी, ऐसी स्थिति में मंदिर की ओर से मेडिकल कॉलेज के निर्माण में आर्थिक सहयोग देना संभव नही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोर्ड के लिए मंदिर का जीर्णोद्धार की प्राथमिकता है और मैडिकल कॉलेज का निर्माण सरकार स्वंय करवाएगी। श्रीमाता शीतला देवी मंदिर परिसर में आयोजित इस बैठक में आज निर्धारित एजेंडा अनुसार 7 महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण विषय श्रीमाता शीतला देवी मंदिर भवन के जीर्णोद्धार का था। बैठक में मंदिर परिसर के नए प्रारूप को लेकर मैसर्ज आरकोहम कंसल्टेंस प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा पावर प्वाइंट प्रैजेंटेशन दी गई।
मंदिर का नया प्रारूप तैयार करते समय देश के कई बड़े मंदिरों जैसे-तिरूपति बालाजी, शिरडी सहित कई धार्मिक संस्थानों में श्रद्धालुओ के लिए की गई व्यवस्थाओं का अध्ययन किया गया है ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। मंदिर के जीर्णोद्धार के समय लोगों की श्रद्धा से जुड़े प्रत्येक पहलु का बारिकी से ध्यान रखा जाएगा। मेला ग्रांउड को जोड़कर तैयार किया जाएगा मंदिर परिसर श्री माता शीतला देवी मंदिर परिसर की 7 एकड़ भूमि तथा सड़क पार स्थित 4 एकड़ भूमिमेला ग्राउंड को एक साथ जोड़कर इसे तैयार किया जाएगा। चैत्र, बैसाख व आसाढ़ के महीनो में यहां लगने वाले मेलों में आने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंदिर भवन का नया डिजाइन तैयार किया गया है।
नए डिजाइन में मंदिर परिसर में 1000 लोगों के बैठने की क्षमता के एक बड़े ऑडिटोरियम सहित श्रद्धालुओं को अंडरग्राउंड पार्किंग, मेडिटेशन रूम, डिस्पेंसरी, हॉल, रैन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम, सोलर पैनलों से मंदिर में लाइटिंग सिस्टम, होल्डिंग एरिया, शू डिपोजिट एरिया, टायलेट, मुंडन हॉल, परिक्रमा का रास्ता सहित कई आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कंसल्टेंट के प्रतिनिधियों से कहा कि मंदिर के जीर्णोंद्धार के समय लोगों की आस्था से जुड़े प्रत्येक पहलु का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाना आवश्यक है, इसलिए प्रारूप को अंतिम रूप देने से पहले वे मंदिर के पुजारियों सहित धार्मिक संस्थाओं से जुड़े लोगों के साथ बैठक अवश्य करें और इसके मौलिक स्वरूप के साथ छेड़छाड़ ना की जाए।
– सतबीर, अरोड़ा, तोमर