झज्जर : प्रारंभ स्कूल फॉर टीचर एजूूकेशन एक भर फिर विवादों में है। पहले छात्राओं द्वारा बीच राह छेडख़ानी से परेशान होकर संस्थान को गुरूग्राम शिफ्ट करने की मांग की थी। लेकिन सामाजिक संस्थाओं, ग्राम पंचायतों, खापों व स्थानीय लोगों के शि िटंग न करने की मांग को लेकर सीएम तक से गुहार लगाई थी, तब जाकर यह मामला शांत हुआ था। लेकिन अब एक नया मामला सामने आया है। छात्राओं ने हॉस्टल स्टॉफ पर मारपीट करने, अभद्र टिप्पणी करने व उनकी अनुपस्थिति मेे हॉस्टल चैक करने के आरोप लगाते हुए, पुलिस में भी शिकायत दी है। बता दें कि स्थानीय बहुतकनीकी संस्थान परिसर में प्रारंभ स्कूल फॉर टीचर एजूकेशन की छात्राओं का हॉस्टल है। गुरूवार रात वार्डन पिंकी के नेेतृत्व में चैकिंग अभियान चलाया गया।
छात्राओं के अनुसार उन्हें एक हॉल में बंद कर दिया गया और बाद में चैकिंग की गई, इसी दौरान एक छात्रा की तबीयत भी खराब हो गई। जिसको भी उपचार मुहैया नहीं करवाया गया। जिसके चलते सभी छात्राएं भड़क गई और खुले मैदान में आकर अपना रोष प्रकट किया। छात्राओं का कहना है कि छात्राओं के विरोध करने पर बिजली का कनेक्षन भी बंद कर दिया गया ताकि कोई विद्यार्थी पूरे घटनाक्रम का वीडियो न बना ले। छात्राओं का कहना था कि अगर लड़के हॉस्टल में मोबाईल रख सकते है तो लड़कियां क्यूं नहीं रख सकती।जब तक मांगे पूरी नहीं होती, तब तक नहीं जाएंगे हॉस्टल अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को भी प्रारंभ स्कूल के विद्यार्थियों ने कक्षाओं का बहिष्कार कर स्कूल कैंपस में धरना दिया।
हाथों में वी वांट जस्टिस का बैनर लिए हुई छात्राओं का कहना था कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती, तब तक वो हॉस्टल में नहीं जाएगी। उन्होंने न केवल हॉस्टल प्र्रबंधन पर छात्राओं की अनुपस्थिति में रूम चैक करने को आरोप लगाएं, बल्कि पहनावे को लेकर भी अभद्र टिप्पणी करने की बात कही। छात्राओं का कहना था कि जब उनके अभिभावकों को मोबाईल रखने का ऐतराज नहीं है तो हॉस्टल स्टॉफ उनको क्यूं परेशान कर रहा है।
अन्य विशेष खबरों के लिए पढ़िये पंजाब केसरी की अन्य रिपोर्ट।
(विनीत ,संजय)