गुरुग्राम: केन्द्रीय आवास एवं शहरी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश के 4041 शहरों का स्वच्छ सर्वेक्षण किया जाएगा, जिनमें गुरूग्राम का नाम भी शामिल है। स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 के लिए सभी संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी तैयारियां पूरी करें। यह बातें मंगलवार को नगर निगम की संयुक्त आयुक्त-2 एवं स्वच्छ भारत मिशन की नोडल अधिकारी अनु ने कही। वे अपने कार्यालय में स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 के बारे में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। बैठक में उन्होंने सफाई विंग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 के तहत निर्धारित मापदंडों के अनुरूप सभी तैयारियां पूरी करें। उन्होंने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 में 4000 अंक होंगे, जिन्हें तीन भागों में बांटा गया है।
इनमें सर्विस लेवल प्रोग्रैस के तहत 1400 अंक, डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन के तहत 1200 अंक तथा सिटीजन फीडबैक के तहत 1400 अंक मिलेंगे। इसके साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए आने वाली टीम द्वारा इंडिपैंडैंट वैलिडेशन भी किया जाएगा, जिसके दौरान उपलब्ध करवाई गई जानकारी गलत पाए जाने पर नैगेटिव मार्किंग होगी। संयुक्त निगमायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सबसे पहले कम्यूनिटी टॉयलेट तथा पब्लिक टॉयलेट के लक्ष्य को पूरा करें तथा जो शौचालय किसी कारणवश अभी बन्द हैं, उन्हें खुलवाकर चालू करवाएं। इसके साथ ही उन्होंने निर्माणाधीन शौचालयों को तेज गति से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हम सभी को नागरिक भागीदारी के साथ अपने शहर को बेहतरीन स्थान दिलवाना है। स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 में नागरिकों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करवाएं, ताकि सिटीजन फीडबैक में भी बेहतर अंक हासिल हों।
राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की स्वच्छता कमेटी बनाने, कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम एवं स्वच्छता एप के बारे में प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने, धार्मिक संस्थानो जैसे-मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारे आदि में जागरूकता बैठक आयोजित करने तथा सभी सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालयों की ऑनलाईन मॉनिटरिंग व्यवस्था शुरू करवाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। बैठक में कार्यकारी अभियंता सौरभ नैन, सहायक अभियंता अमित कुमार एवं राजीव यादव स्वच्छता सलाहकार नरेश पंकज, सफाई निरीक्षक त्रिलोक चन्द, ऋषि मलिक, सुधीर कुमार एवं मनोज कुमार, कार्यालय सहायक रामपत उपस्थित थे।
– सतबीर भारद्वाज, अरोड़ा