गुरुग्राम : साइबर सिटी के बादशाहुपर इलाके के गांव गैरतपुर बांस में एक तेंदुआ मृत अवस्था में मिला है। तेंदुए के शरीर में चोट के निशान पाए गए हैं। मंदिर के तालाब के पास मृत पाया गया है तेंदुआ। तेंदुआ की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग मौके पर पहुंच जांच में जुट गए। हालांकि अभी तेंदुआ की मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
पोस्टमार्टम के बाद होगा खुलासा
वन्यजीव अधिकारी (डीडब्ल्यूएलओ) श्याम सुंदर ने कहा कि तेंदुए का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, इसके बाद ही उसकी हत्या को लेकर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। उन्होंने बताया कि तेंदुए के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं, जिससे प्रथमदृष्टया उसकी हत्या किए जाने की संभावना को लेकर जांच की जा रही है।
कब कब रिहायशी इलाको में आए तेंदुआ
सितंबर 2008 को हाईवे पर एक तेंदुए की मौत हो गई थी। फरवरी 2009 में हाईवे पर बस की चपेट में आने से हुआ था तेंदुआ घायल जुलाई 2010 में सोहना फार्म हाउस में घुस आई थी मादा तेंदुआ मार्च 2012 में एक तेंदुआ टिकली गांव में मारा गया था तथा अप्रैल 2014 आईसीटी गोल्फ में तेंदुआ मृत पाया गया था। 24 नवंबर 2016 को मंडावर गांव में ग्रामीणों ने तेंदुआ को पीट पीट कर मार डाला था। 29 नवंबर 2016 मंडवार में मांदा तेंदुआ बच्चों के साथ दिखाई दी थी तथा चार दिसंबर 2016 को मंडावर गांव से तेंदुआ एक बकरी को उठाकर ले गया था। बादशाहपुर में 14 दिसंबर 2016 को तेंदुआ देखा गया था। तावडू में भी 29 दिसंबर 2016 को तेंदुआ मालका गांव में पकड़ा गया था। 19 और 23 मार्च 2017 को भी तेंदुआ मंडावर गांव से बकरी को उठा ले गया था।
तालाब के पास मृत मिला तेंदुआ
तेंदुए का शव बादशाहपुर इलाके की अरावली की पहाडिय़ों के पास गैरतपुर बांस गांव में मिला है। दरअसल गांव के लोगो ने सुबह करीब 10 बजे देखा कि गांव के सूखे तालाब के पास एक तेंदुए का शव पड़ा हुआ है जिसकी खबर गांव में आग की तरह फैल गयी जिसके बाद वन विभाग और पुलिस को सूचना दी गयी। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए के शव को कब्जे में ले लिया है।
अरावली से सटा गांव है गैरतपुर बांस
शव को देख कर लगता है कि इस तेंदुए की मौत जानवरो के आपस मे लडऩे की वजह से हुई है। गांव वालों का मानना है कि चूंकि उनका गांव अरावली की पहाड़ी से सटा हुआ है जिस कारण कई बार तेंदुए पानी की तलाश में इस तालाब तक आते हैं। लेकिन तालाब में पानी ना के बराबर है जिसकी वजह से हो सकता है कि जानवर पानी के लिए आपस मे लड़े हों और उस लड़ाई में इसकी मौत हो गयी हो। जांच में पता चला है कि ये एक मादा तेंदुआ है जिसकी उम्र एक से डेढ़ साल के बीच है।
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– सतबीर भारद्वाज