फरीदाबाद : बृहस्पतिवार को घर से डिनर के लिए कहकर निकले पति-पत्नी ने सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली। शुक्रवार सुबह हादसे का पता चला। जान गंवाने वाले दंपती का नाम सुनील वाधवा और ज्योति वाधवा है। दोनों ने एनआइटी.5 स्थित ई ब्लॉक स्थित ओयो रूम में चौथे फ्लोर पर बने कमरे में आत्महत्या की।
पुलिस के मुताबिक, सुनील हत्या के मामले में नामजद था और फिलहाल पैरोल पर था और उसे 31 अगस्त को वापस जेल भी जाना था। पुलिस मामला दर्ज कर आत्महत्या करने की वजह तलाशने में जुट गई है। इस बाबत परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है।
हत्या के मामले में सजा काट रहा था सुनील : करीब 40 वर्षीय सुनील वाधवा 10 साल पहले हुई हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था। फिलहाल वह एक महीने से पैरोल पर घर आया हुआ था। शनिवार को उसकी पैरोल अवधि खत्म हो रही थी, इसलिए उसे वापस जेल जाना था। सुनील बृहस्पतिवार रात पत्नी ज्योति संग अपने परिजनों को यह कहकर निकले थे क्योंकि उसे एक दिन बाद जेल जाना है इसलिए वह आज की रात अपनी पत्नी संग घर से बाहर अकेले बिताना चाहते हैं।
दोनों ने यह भी बताया था कि वह कहां, किस जगह कमरे में रात को ठहरेंगे। उन्होंने शुक्रवार तड़के 5 बजे तक घर लौट आने की बात भी कही थी। शुक्रवार तड़के 5 बजे तक न लौटने पर सुनील के बड़े भाई अनिल ने 4 बजे से फोन करने शुरू कर दिए पर फोन पिक नहीं हो सका। वहीं, शक होने पर सुबह 10.45 बजे अनिल अपनी पत्नी शशि को लेकर 5 ई ब्लॉक में स्थित गेस्ट हाउस (जहां उनका भाई और भाभी ठहरे हुए थे) पहुंच गए। शशि का कहना है कि काफी देर तक उन्हें कमरे में नहीं जाने दिया गया।
काफी जिद व कहासुनी करने के बाद उन्होंने चौथी मंजिल पर कमरा नंबर 404 का दरवाजा खोला तो होश उड़ गए। अंदर ज्योति बेड पर पड़ी थी और सुनील पंखे से फंदा बनाकर लटका हुआ था। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। मौके पर एनआइटी थाना पुलिस आ गई और कमरे की तलाश ली। अंदर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। बेड के पास टेबल पर दोनों के आधार कार्ड, मोबाइल फोन रखा हुआ था। पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया है तथा मामले की जांच में जुट गई है।