झज्जर: सीएम मनोहर लाल ने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि किए जाना सरकार का प्राथमिक लक्ष्य है और इस दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं क्रियांवित की गई है। किसानों की आय में वृद्धि के लिए पशुपालन एक प्रमुख सहायक कृषि कार्य हो सकता है। झज्जर में पुलिस लाइन मैदान में कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ की अध्यक्षता में आयोजित तीन दिवसीय स्वर्ण जयंती राज्य पशुधन प्रदर्शनी-2017 के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में प्रदेश भर के पशुपालकों को संबोधित करते हुए सीएम ने कृषकों की आय में वृद्धि के लिए पंरपरागत कृषि कार्यों के साथ-साथ समानांतर रूप से सहायक कृषि कार्यों- पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, खुंबी उत्पाद न, सब्जी उत्पादन व फलोत्पादन आदि को अपनाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में वार्षिक दुग्ध उत्पादन 89.75 लाख टन होता है तथा 835 ग्राम प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता के साथ हरियाणा राज्य देश में द्वितीय स्थान पर है।
सीएम ने दुग्ध उत्पादन में हरियाणा की इस उपलब्धि का श्रेय किसानों को दिया। सीएम ने हरियाणा की अत्याधिक दुग्ध क्षमता की मुर्राह नस्ल भैंस व देसी नस्लों की गायों की उपयोगिता का जिक्र करते हुए कहा कि दिल्ली क्षेत्र में दुग्ध उत्पादों की अत्याधिक खपत होने की परिस्थिति के दृष्टिगत हरियाणा में दुग्ध उत्पादन व्यावसाय के विकास की प्रबल संभावनाएं है। इस मौके पर सूबे के कृषि मंत्री ओपी धनखड़ व बहादुरगढ़ के विधायक नरेश कौशिक भी मौजूद रहे।
(विनीत नरुला)