पिनगवा : प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में चल रही जनक्रांति रथ यात्रा का जादू नूंह विधानसभा क्षेत्र में सर चढ़ कर बोला। पुन्हाना और फिरोजपुर झिरका में मिले अपार जनसमर्थन के बाद नूंह में आज जिस तरह से भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को सुनने और देखने के लिये भीड़ उमड़ी उसने जिले के सियासी समीकरणों को हिला कर रख दिया। सुबह रथ यात्रा शुरू करने से पहले भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने अलवर रोड के क्रांति पार्क में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए सूरमाओं को श्रद्धा सुमन अर्पित किये। नूंह विधानसभा क्षेत्र के आकेडा गांव पहुंचे हुड्डा ने उमड़े जनसैलाब को संबोधित करते हुए कहा कि इस भीषण गर्मी में आपने जो भरपूर जनसमर्थन दिया है वे उनके आभारी हैं और उनसे वायदा करते हैं कि वे उनकी पसीने की एक बूंद को भी जाया नहीं जाने देंगे और भाजपा की जनविरोधी सरकार से एक-एक बूंद का हिसाब लेकर रहेंगे।
आज हमारे तीसरे चरण की जनक्रांति रथ यात्रा का आखरी दिन है जिस तरह से आप लोगों का समर्थन और स्नेह मिला है उससे तय है कि सत्ता की मंजिल अब ज्यादा दूर नहीं है। हमारी जनक्रांति रथ यात्रा का पहिया अब चंडीगढ़ जाकर ही रुकेगा। उन्होंने पूर्व मंत्री आफ़ताब अहमद की प्रशंसा करते हुए कहा कि आफ़ताब जब भी मेरे से मिले, हमेशा उन्होंने आपकी चिंता की और व्यक्तिगत हित छोड़ कर हलके के कामों को तवज्जो दी। हुड्डा का रथ जहां जहां से गुजरा बिना तय कार्यक्रम के भी लोगों ने भारी संख्या में एकत्रित होकर उनका रथ रोककर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया और उनके संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने का वादा किया। आकेडा के बाद मेवली, सुडाका, आलदोका, इंडरी, रोजकामेव पहुंचे हुड्डा ने कहा कि हमारा नारा था ‘वायदा कम और काम घणा’ वहीं इनेलो और भाजपा का नारा रहा है कि ‘काम थोडा और झूठ घणा’।
उन्होंने अपने शासनकाल में किये गये कामों की याद दिलाते हुए कहा कि आप शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज, आईएमटी, कोटला झील, 483 गाँव की राजीव गाँधी पेयजल योजना, 11 आईटीआई, अनेकों पॉलिटेक्निक आदि अनेक योजनाओं में लगी किसी भी ईंट को उठा कर देखोगे तो उसपर हमारा नाम मिलेगा। दूसरी तरफ भाजपा और इनेलो के पास गिनाने और दिखाने को कुछ भी नहीं है। लेकिन मुझे अफ़सोस है कि आज मेडिकल कॉलेज में न डॉक्टर है न दवाई है, आईएमटी में कारखाने नहीं हैं, कोटला झील का विस्तार करना तो दूर इस सरकार ने एक ईंट तक नहीं लगाई। एक तरह से भाजपा ने मेवात को प्रदेश का हिस्सा मानने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस सरकार बनने पर ठप्प पड़े कामों को न केवल सुचारू रूप से पूरा करवाएंगे बल्कि जरुरत के मुताबिक उनका विस्तार भी करेंगे। भाजपा पर बड़ा हमला करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जब हमने 2014 में सत्ता छोड़ी उस वक्त प्रदेश पर साठ हजार करोड़ का कर्ज था जो आज बढ़ कर एक लाख साठ हजार करोड़ हो गया है, भाजपा सरकार अब तक ये बताने में विफल रही है कि एक लाख करोड़ रुपये उसने कहाँ लगाये।
इस दौरान न तो कोई केंद्र सरकार की मेट्रो या रेलवे जैसी कोई बड़ी परियोजना आयी जिसमे प्रदेश सरकार को अपना हिस्सा देना पड़ा हो और न ही राज्य सरकार अपने बलबूते पर कोई बड़ा प्रोजेक्ट लगा पाई। अगर इसकी जांच हो तो यह बैंकों में हुए एनपीए घोटाले से भी बड़ा और संगीन घोटाला साबित होगा। यात्रा के दौरान युवाओं में सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा के साथ सेल्फी लेने की होड़ लगी रही। जनक्रांति यात्रा के तीसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के साथ रोहतक से सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा, राव धर्मपाल, पूर्व मंत्री आफ़ताब अहमद, विधायक उदयभान, गीता भुक्कल, कर्ण सिंह दलाल, कुलदीप शर्मा, श्रीकृषण हुड्डा, जगबीर मलिक, जयतीर्थ दहिया, ललित नागर, जयवीर बाल्मीकि, शकुंतला खटक, पूर्व सांसद शादीलाल बत्रा, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रणसिंह मान, पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा, प्रोफेसर वीरेंद्र, पूर्व संसदीय सचिव राव दान सिंह, शारदा राठोड़, अनीता यादव, चक्रवर्ती शर्मा, पूर्व विधायक बी बी बत्रा, अर्जुन सिंह, जसवंत बावल, सहीदा खान, रामबीर पटौदी, पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद, महताब अहमद, एजाज़ खान,चौ. इसराईल, चौ शौकत अली, खुर्शीद रनियाली, याकूब मुरली, राजकुमार चुटानी, कर्नल रोहित चौधरी, नरेश हसनपुर, कुलदीप वत्स, प्रवीण चौधरी, प्रोफेसर धर्मेन्द्र ढुल, जयदीप धनखड़, संदीप तंवर, धरमवीर गोयत, सचिन कुंडू, अब्दुल गफ्फार कुरैशी, राहुल राव, अनिल धनखड़, प्रदीप पूंडरी, सुरेन्द्र कादयान, छात्र नेता राजेश कैंडल, संजय मक्कड़, मकसूद सिकरावा, मुबीन टेड, शरीफ अड्बर, हमीद अस्लंबा, फारुख केराका, अयूब समेत कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।