पंचकूला : साध्वियों के यौनशोषण मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए दो साल हो गया है। इस दौरान गुरमीत राम रहीम के बाद हिंसा मामले में हनीप्रीत सहित कई डेरा समर्थक जेल की सलाखों केे पीछे पहुंच चुके हैं। मामले में गुरमीत राम रहीम की नजदीकी विपासना से भी पूछताछ हुई थी, लेकिन विपासना का नाम मोस्टवांटेड की सूची में नहीं है।
हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव का कहना है कि पंचकूला हिंसा मामले में कभी भी विपासना को मोस्टवांटेड लिस्ट में शामिल नहीं किया गया और न ही वह कोई मोस्ट वांटेड है। मोस्टवांटेड लिस्ट में केवल संगीन हत्या गैंगस्टर एवं बड़े मामलों से संबंधित लोगों को ही शामिल किया जाता है और अभी विपासना को ऐसी किसी भी लिस्ट में डालने का कोई विचार नहीं है। यादव ने कहा कि इस मामले में कुछ आरोपित अभी पकड़े जाने हैं जिनकी तलाश जारी है।
बता दें, दो साल पहले 25 अगस्त को दोपहर बाद सवा तीन बजे पंचकूला और सिरसा में शुरू हुआ हिंसा का तांडव पूरे प्रदेश को कभी न भरने वाले जख्म दे गया था। गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद करीब तीन घंटे तक डेरा समर्थक सड़कों पर आगजनी करते रहे और पूरा हरियाणा बंधक बना रहा। सुरक्षा बलों ने मोर्चा खोला तो वही हुआ जिसका डर था। जवाबी कार्रवाई में 41 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए।