गुरुग्राम : हरियाणा सरकार के राजस्व विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने गुरुग्राम में जिला के राजस्व अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने बताया कि प्रदेश में जल्द ही ई-गिरदावरी को अनिवार्य किया जाएगा। इस बैठक में श्रीमती अरोड़ा ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यालय समय अर्थात शाम 5 बजे के बाद कोई भी रजिस्ट्री ना करें और अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ करें।
उन्होंने कहा कि सरकार ईमानदार है तो आप लोग भी ईमानदार रहने की कोशिश करें, किसी भी राजस्व अधिकारी की उनके पास भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत नहीं आनी चाहिए। इस बैठक में उन्होंने जमाबंदी को ऑनलाइन करने तथा इंतकाल दर्ज करने के कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि सभी तहसीलदार 30 जून तक लंबित जमाबंदियों को ऑनलाइन करवाएं, चाहे इसके लिए दिन-रात लगाएं क्योंकि पूरा ई-खरीफ सीजन हमारे रिकॉर्ड पर आधारित होगा । इसके साथ उन्होंने राजस्व अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि इंतकाल भी साथ साथ फीड करें।
उन्होंने कहा कि अब जितने भी पटवारी भर्ती हुए हैं, वे सभी पढ़े लिखे आए हैं, सभी कंप्यूटर चलाना जानते हैं। उन्होंने कहा कि सभी पटवारियों को हेलरिस अर्थात हरियाणा लैंड रिकॉर्ड्स इनफॉरमेशन सिस्टम के सॉफ्टवेयर को चलाने की ट्रेनिंग भी दे। इस सॉफ्टवेयर में जमाबंदी, इंतकाल, खसरा गिरदावरी आदि सभी ऑनलाइन होती है। बैठक में उपस्थित उपायुक्त अमित खत्री तथा मंडलायुक्त अशोक सांगवान को समय-समय पर तहसीलों के कार्य की समीक्षा करते रहने के भी आदेश दिए।
जो तहसीलदार टेबलेट की मदद से फसलों की गिरदावरी करवा रहे हैं, उनके समक्ष आ रही समस्याओं के बारे में भी एसीएस ने पड़ताल की और कहा कि जो टेबलेट खराब है, उन्हें हार्टरोन को वापस कर दे क्योंकि वे टेबलेट सितंबर 2020 तक वारंटी अवधि में है। बैठक में उपस्थित राजस्व विभाग के सचिव विजयेंद्र कुमार ने कहा कि सॉफ्टवेयर में और भी सुधार किया जा रहा है, इस मौके पर राजस्व विभाग के सचिव विजयेंद्र कुमार, गुरुग्राम के मंडलायुक्त अशोक सांगवान, उपायुक्त अमित खत्री सहित जिले के तमाम बड़े अधिकारी मौजूद थे।
– अरोड़ा, तोमर