जींद : फरवरी 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान उठे जलजले में तत्कालीन वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु के जलाये घर व संस्थानों के मामले में जींद की जाट धर्मशाला में उत्तर भारत की लगभग 108 खापों के चौधरियों एवं प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सर्वजातीय सर्व खाप पंचायत में वे युवा भी पहुंचे जो इस मामले के कारण घेराबंदी में आये हुए है। इन युवाओं ने पंचायत के बीच खड़े होकर सामूहिक रूप से माफी मांगी।
सतरोल खाप के प्रधान रामनिवास लोहान की अध्यक्षता में आयोजित इस पंचायत में पूर्व वित्तमंत्री के घर व संस्थान जलाने के मामले में सामूहिक रूप से 11 हजार रूपये गौ शाला में दान देने का जुर्माना लगा सामाजिक तौर पर इस मामले का समाधान कर दिया। सतरोल खाप एवं सिंधु परिवार ने इस जुर्माने को माफ कर दिया। धर्मशाला के पार्क में जहां एक तरफ पंचायत चल रही थी, दूसरी तरफ बाद में भवन के अंदर पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु भी पहुंचे।
सर्व खाप पंचायत को इस मामले में सीबीआई द्वारा बनाए गए अभियुक्तों ने एक माफीनामा दिया। जिसमें लिखा था कि सिंधु निवास पर जो हमला, लूटपाट और आगजनी हुई उसके लिए हम खेद व्यक्त करते हैं। इस विषय में हमारी प्रत्यक्ष एवं परोक्ष भूमिका, गलती या भूल चूक के लिए क्षमा प्रार्थी हैं। समाज की तरफ से आयोजित इस पंचायत में जो भी निर्णय लिया जाएगा हम उसे स्वीकार करेंगे।
सिंधु परिवार ने भी कहा कि पंचायत जो भी फैसला करेंगी वह उसे मानेगा। इस मामले में पंचायत की कार्यवाही के बाद 21 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई जिसने यह फैसला पंचायत के समक्ष रखा। सर्व खाप पंचायत में वक्ताओं जिसमें दादरी विधायक एवं सांगवान खाप के प्रधान सोमवीर सांगवान ने कहा कि रोहतक स्थित सिंधु भवन, वेद मंदिर, कार्यालय, इंडस पब्लिक स्कूल आदि में आगजनी, तोडफ़ोड़, लूटपाट और हमले को बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण बताया और इस पर खेद व्यक्त किया।
यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि स्व. चौधरी मित्रसेन के परिवार ने हर मामले में अग्रणी रहकर समाज को सहयोग प्रदान किया। उनके घर तथा वहां पर मौजूद 10 सदस्यों जिनमें महिला, पुरूष व बच्चे शामिल थे को जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। यह पंचायत उसकी घोर निंदा करती है। पंचायत इस हिंसा में प्रत्यक्ष या प्ररोक्ष रूप से शामिल रहने वाले हर व्यक्ति या संगठन की भर्तस्ना करती है।
कमेटी में पालम 360 के प्रधान रामकरण, पुनिया खाप के शमशेर नम्बरदार, टेकराम कंडेला, राजकुमार रेढू, मास्टर किताब सिंह मलिक, बलबीर सिहाग, मानसिंह दलाल, महेन्द्र नांदल, सतबीर सिंह, मलिक राज मलिक, जयसिंह अहलावत, सुरेंद्र दहिया, भलेराम नरवाल, चौधरी राजमल जाटू खाप, भनवाला खाप से किताब सिंह भनवाला, वीरभान ढुल, डॉ. दलबीर बीबीपुर आदि शामिल थे।
दादरी विधायक ने मीडिया को धमकी लहजे में चेताया
सांगवान खाप के प्रधान एवं दादरी विधायक सोमवीर सांगवान ने कहा कि खापों से जुड़े मामलों को लेकर मीडिया ऐहतियात बरतें। धमकी भरे लहजे में उन्होंने कहा कि अगर खापों को लेकर किसी ने बढ़ा-चढ़ाकर इधर-उधर की बातें लिखी तो नोटिस के अलावा और भी कार्रवाई हो सकती हैं।
उन्होंने कहा कि पंचायत में समाज का भाईचारा बनाये रखने का बड़ा निर्णायक फैसला लिया गया है। खापों के अंदर 36 बिरादरी के लोग होते है। इसलिए हमेशा प्रयास किया जाएं कि यह भाईचारा बरकरार रहे।
यशपाल का विरोध करने पर उखड़ गई पंचायत
जाट धर्मशाला में कई घंटे चली पंचायत में उस समय हो-हल्ला मच गया, जब मकड़ोली गांव के सरपंच ने यशपाल मलिक का नाम लिये बगैर कहा कि यूपी का एक व्यक्ति आता है और समाज को बहका कर चला जाता हैं। उनके इस शब्दों से पंचायत में मौजूद कुछ लोगों ने विरोध जता दिया। इस मामले में पंचायत के दर्जनों लोग उखड़ गये। बाद में मान-मनोवल कर सबको शांत किया।
आरोपी और उनसे जुड़े लोग पंचायत में थे मौजूद
सिन्धु परिवार पर किये गए हमले से जुड़े मामलों मे जो सीबीआई जांच चल रही है और उसमे जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है वे तमाम लोग यहां उपस्थित हैं। उन्होंने अपने या अपने परिवार की ओर से अपना माफीनामा पंचायत को सौंपा है। पंचायत उनके कृत्य की वजह से उन्हे समाज के प्रति दोषी मानती है और उन्हे पंचायत की तरफ से दंड दिया जाता है।
यह निर्णय सामाजिक भाईचारा कायम करने एवं आपस में द्वेष भावना मिटाने के लिए किया गया है। भविष्य में सीबीआई जांच में नए विषय या साक्ष्य आने के मुद्दे इस पंचायत के फैसले के दायरे से बाहर रहेंगे। न्यायिक मामले के लिए एक कमेटी गठित की गई है जो कानूनी सलाह लेकर पंचायत के फैसले को अमल में लाने के लिए आगामी भूमिका तय करेगी। इसके बाद भी न्यायलय कोई फैसला सुनाता है तो वह सर्वपरि है और इसमें एक-दूसरे को दोषी नहीं ठहराया जाएगा।