ग्रेटर फरीदाबाद : सीआईए सेक्टर-85 पुलिस ने फरेक्चर गैंग के सरगना सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। यह गैंग लोगों में अपना भय बनाने के लिए रंजिश के तहत हाथ पैर तोड़ते थे और उनका वीडियो बनाकर वायरल करते थे। सहायक पुलिस आयुक्त अपराध अनिल कुमार ने बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि सीआईए पुलिस को आरोपियों के बारे में विशेष सूत्रों के आधार पर सूचना मिली थी कि फ्रैक्चर गैंग का मास्टर माईंड कुलभूषण अपने दो साथियों सहित जो पहले भी कई मुकदमों में वाछित चल रहे है फरीदाबाद एरिया में आए हुए है और किसी अन्य वारदात को अंजाम देने की फिराक में है।
जिसपर तुरन्त प्रभाव से कार्यवाही करते हुए प्रभारी क्राईम ब्रांच एस.आई सुमेर सिंह ने टीम गठित कर मौके पर पहुॅच तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान दीपक पुत्र महेंद्र निवासी शाहबाद, तिगांव फरीदाबाद, अंकित पुत्र श्याम सुंदर निवासी भारत कालोनी खेडीपुल, फरीदाबाद व कुलभूषण उर्फ कुल्लू पुत्र ज्ञानचंद निवासी गांव नचैली, भूपानी, फरीदाबाद के रुप में हुई है।
उन्होंने बताया कि कुलभूषण उर्फ कुल्लू निवासी नचैली फरेक्चेर गैंग का मेन मास्टर माईन्ड है जो अन्य कई मामलों में वांछित भी है। आरोपियान आपसी रंजिश के चलते लोगो में अपने नाम का भय पैदा करने के लिए हाथ पैर तोड़ते है और उसका वीडयो बनाते है ताकि वह विडियो लोगो को दिखाकर उनके बीच में अपने नाम का भय पैदा कर सके है। उन्होंने बताया कि आपसी रंजिश के चलते ये सभी आरोपियान इस तरह की वारदातों को अंजाम देते है आरोपी कुलभूषण जो इस गैंग का सरगना है जो पीछले काफी दिनों से अपने दोस्तों के साथ फरारी काट रहा था।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से देशी पिस्टल 32 बोर, 3 देशी पिस्टल 315 बोर और 3 जिंदा रौंद 315 बोर, 1 देशी पिस्टल 12 बोर और 15 जिंदा रौंद 12 बोर, 1 देशी पिस्टल सिल्वर 32 बोर और 5 जिंदा रौंद 32 बोर, 1 पाईप लोहा व एक गाड़ी स्विफ्ट वारदात में प्रयोग बरामद की गई है। एस.आई सुमेर सिंह ने बताया कि सभी गिरफतार आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है जो दोराने पूछताछ आरोपियों ने निम्नलिखित वारदातो को अंजाम देने बारे बतलाया है पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि उपरोक्त आरोपियों को आज अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। दौरान रिमांड आरोपियों से और भी केस सुलझने की संभावना है।
– राजेश नागर