सिरसा: सिरसा जिला के अंतर्गत आने वाले डबवाली क्षेत्र की एक ढ़ाणी में पंजाब से भागकर आए तीन गैंगस्टरों ने पुलिस से भागने में नाकामयाबी हासिल करने के बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। हालांकि इस पूरी घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में यही चर्चा है कि आखिर इतने बड़े गैंग से ताल्लुक रखने वाले ये तीनों बदमाश जिनके पास में भारी मात्रा में असला बरामद हुआ आखिर वो क्यों खुद आत्महत्या कर गए? पुलिस का कहना है कि इन तीनों बदमाशों का चौटाला गांव में हुए डबलमर्डर से भी ताल्लुक था। सिरसा के एसएसपी सतेन्द्र गुप्ता ने बताया कि तीनों गैंगस्टर चौटाला डबल मर्डर केस में भी संलिप्त थे और सिरसा पुलिस पिछले काफी समय से तीनों का पीछा कर रही थी। मिली जानकारी के अनुसार तीनों गैंगस्टर पंजाब के जिला फरीदकोट के थे।
वहां की पुलिस टीम के पीछा करने के बाद डबवाली क्षेत्र के सुखेराखेड़ा गांव की एक ढ़ाणी में छिपे हुए थे। गैंगस्टरों की पहचान कमलजीत सिंह उर्फ बंटी ढिल्लों, निशान सिंह उर्फ निशान जैतों और जसप्रीत सिंह उर्फ जिम्पी शूटर के रूप में हुई है। जसप्रीत सिंह उर्फ जिम्पी फरीदकोट के रोड़ी कपूरा, कमजीत उर्फ बंटी फरीदकोट के गांव हिम्मतपुरा और निशान सिंह उर्फ निशान जैतों फिरोजपुर के गांव रूकनवाला का रहने वाला था। घटना की जानकारी मिलने के बाद फरीदकोट पंजाब के एसएसपी डा. नानक सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होने बताया कि तीनों गैंगस्टर के बारे में सुराग मिलने के बाद फरीदकोट पुलिस की टीम इन तीनों को पकडऩे के लिए छापेमारी कर रही थी, जिसके बाद उक्त तीनों गैंगस्टर पंजाब से भागे हुए थे और पुलिस टीम उनका लगातार पीछा कर रही थी।
उक्त तीनों गैंगस्टर हरियाणा की ओर भागे थे और डबवाली की एक ढाणी में छिप गए थे। तीनों गैंगस्टर देवेन्द्र शूटर गैंग के सदस्य थे। कुख्यात गैंगस्टर विक्की गौंडर के गैंग से भी मारे गए तीनों गैंगस्टर से ताल्लुक रखते थे। एसएसपी ने बताया कि ये तीनों गैंगस्टर डबवाली क्षेत्र की ढाणी निक्का सिंह में रूके हुए थे और तीनों ने ये सोचा कि हमने पुलिस टीम को चकमा दे दिया है, इसलिए तीनों ढाणी की छत पर जाकर सो गए। उन्होने बताया कि इसी दौरान फरीदकोट पुलिस की टीम को इनका सुराग मिला और सुराग मिलते ही फरीदकोट पुलिस डबवाली की सदर थाना पुलिस टीम के साथ ढाणी के पास पहुंच गई।
– दीपक शर्मा