जींद : जिले में शुक्रवार को तीन जानों ने मौत को गले लगा लिया। ये घटनाऐं जिले के अलग-अलग क्षेत्र में घटी। पिल्लूखेड़ा स्टेशन के सामने बरगद पेड़ पर कपड़े से लटकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली। जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम शव परिजनों को सौंप दिया। युवक की पहचान धड़ौली निवासी 25 वर्षीय सुखबीर के रूप में हुई है। जांच अधिकारी दलबीर ने बताया कि जीआरपी को सूचना मिली की पिल्लूखेड़ा स्टेशन के सामने स्थित बरगद पेड़ पर कपड़े (परना) से फांसी लगा ली।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को नीचे उतारा और सामान्य अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि युवक काफी समय से दिमागी तौर पर परेशान रहता था। शुक्रवार सुबह भी उसने ट्रेन के आगे कूदने की कोशिश की थी, लेकिन आसपास के लोगों ने उसे बचा लिया था। बाद में युवक ने बरगद पेड़ के नीचे कपड़े से लटकर आत्महत्या कर ली। वहीं एक दूसरी घटना में शुक्रवार सुबह दिल्ली-बठिंडा रेलमार्ग पर भिवानी फाटक के पास एक व्यक्ति ने शताब्दी ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव का सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
जांच अधिकारी एसआई लक्ष्मीनारायण के अनुसार अशरफगढ़ निवासी 46 वर्षीय वीरेंद्र भिवानी फाटक पर दिल्ली की ओर से आ रही शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन के सामने कूद गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने बताया कि वीेरेंद्र मानसिक रूप से परेशान रहता था और वह सुबह ही घर से निकला था। वहीं दोपहर बाद जींद के झांझ गेट के नजदीक रघुनाथ मंदिर के पुजारी 30 वर्षीय सतीश ने अज्ञात कारणों के चलते मंदिर में गेट बंद करके फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस जानकारी के बाद मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया। बताया जा रहा है कि पुजारी सतीश का इकलौता बेटा दिव्यांग था। उसके इलाज पर पैसा ज्यादा खर्च हो रहा था।
– संजय शर्मा