चंडीगढ़: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने भाजपा सरकार के कार्यकाल के तीन साल पूरे हाने पर चंडीगढ़ में संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस कार्यकाल की समीक्षा केवल एक पंक्ति में की जा सकती है तीन साल, हरियाणा बदहाल । हुड्डा ने कहा कि ऐसा लगता है कि हरियाणा में सरकार की बजाये एक Event Management Company काम कर रही है। हरियाणा की जनता की खून-पसीने की कमाई का 1600 करोड़ रूपया प्रदेश की स्वर्ण जयंति वर्ष में सरकार ने अपनी वाहवाही करवाने पर खर्च कर दिया। इतनी बड़ी रकम से विकास कार्य करवाये जाते तो प्रदेश का भला होता।
झूठ बोल कर वोट मांगने वाली हरियाणा सरकार प्रदेश की जनता का विश्वास खो चुकी है, इसलिए इस सरकार को अपनी झूठों के लिए हरियाणा की जनता से माफी मांगनी चाहिए और तुरन्त इस्तीफा देकर चुनाव मैदान में उतर कर नया जनादेश लेना चाहिए। उन्होंने एसवाईएल और दादुपुर-नलवी नहर का जिकर करते हुए कहा कि हरियाणा की सिंचित भूमि को तीन भागों में बांटा जा सकता है। उत्तरी हरियाणा का यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसकी भूमि दुनिया में बहुत उपजाऊ मानी जाती है, लेकिन इस भूमि के नीचे का जल स्तर तेजी से घट रहा है, उसे रिचार्ज करने के लिए हमारी सरकार ने दादुपुर-नलवी नहर का निर्माण कराया था।
लेकिन वर्तमान सरकार ने दूरदर्शिता की कमी के कारण इस नहर को पाटने का फैसला कर लिया। हरियाणा सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि यदि यमुना में पानी यूंही कम होता रहा, एसवाईएल का निर्माण कार्य यूंही ठप्प रहा, दादुपुर-नलवी नहर को बरकरार रख कर उत्तरी हरियाणा में भूगत जल स्तर को रिचार्ज नहीं किया तो वह दिन दूर नहीं जब सारे देश का पेट भरने वाला यह हराभरा हरियाणा खट्टर सरकार की गलत एवं अदूरदर्शी नीतियों के कारण एक दिन जैसलमेर और बाढ़मेर जैसा रेगिस्तान बन जाएगा।