चण्डीगढ़ : हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने सामाजिक संगठनों, सामाजिक कार्यकताओं, युवाओं तथा समाज के सभी वर्गों से अपील की है कि नशा मुक्ति के लिए कार्य करें ताकि देश और प्रदेश से नशे की बीमारी को जड़मूल से खत्म किया जा सके। श्री आर्य दिन मंगलवार को स्थानीय चैधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के बहुउद्देशीय हाॅल में नशा एवं मादक पदार्थ निषेध दिवस के उपलक्ष में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में इंटरनेट के माध्यम संदेश दे रहे थे। समारोह में लगे एल.ई.डी पर प्रसारित अपने संदेश में उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विद्यार्थियों को सफल कार्यक्रम की बधाई दी।
उन्होंने नशा मुक्ति के लिए हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् की भी मुक्तकंठ से सराहना की। इसके साथ-साथ उन्होनें अपने एैच्छिक कोष से हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् को 11 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की और आशा प्रकट की कि भविष्य में परिषद् और अधिक उत्साह से सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाने का काम करेगी। उन्होनेें समारोह में उपस्थित लोगों को अपने संदेश के माध्यम से विश्वास दिलाया कि वे निकट भविष्य में शीघ्र ही आपके बीच आने का प्रयास करेगें।
हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन जगदीश चैपड़ा ने कहा कि मनुष्य भगवान की सर्वश्रेष्ठ कृति है। आज मनुष्य चांद पर पहुंच गया है, लेकिन अपने ही समाज में फैली कुरीतियों से पार नहीं पा रहा है। नशा समाज में फैली ऐसी कुरीति है, जोकि मानव जीवन के लिए घातक सिद्ध हो रही है। उन्होंने कहा कि नशे को खत्म करने के लिए भले ही अनेकों संस्थाएं व सामाजिक कार्यकर्ता काम कर रहे हों लेकिन जब तक समूचे समाज की भागीदारी इसमें नहीं होगी इस दिशा में सफलता हासिल नहीं की जा सकती है। नशे को समाज से दूर करने के लिए सभी को एकजुट होना होगा, तभी इस दिशा में आगे बढा जा सकता है।
समारोह में उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि हम सब समाज का हिस्सा हैं और हम से ही समाज का निर्माण होता है। समाज की तरक्की व खुशहाली के लिए कार्य करना हर नागरिक का कर्तव्य है। मूक दर्शक होकर समाज को बर्बाद होते देखना सबसे बड़ा अपराध है। आज नशा हमारे समाज को बर्बाद कर रहा है, इसलिए हर नागरिक जिससे जो कुछ भी बनता है, समाज को नशा मुक्त करने में अपना सहयोग करें। उन्होनें कहा कि राज्यपाल हरियाणा ने बतौर मुख्यअतिथि समारोह में शिरकत करनी थी, चंडीगढ में मौसम खराब होने के कारण यहां नहीं पहुंच सके।
उन्होंने वीडियो क्लीप के माध्यम से प्रदेशवासियों को नशा निषेध को लेकर अपना संदेश दिया और सभी को शुभकामनाएं देते हुए नशा मुक्ति में बढ़-चढ़ कर भाग लेने की अपील की। सीडीएलयू के कुलपति डॉ. विजय कायत ने कहा कि जिस प्रकार महात्मा गांधी ने देश में आजादी की लड़ाई के लिए, महात्मा बुद्ध ने अध्यात्मिक जागृति तथा कबीर दास आदि महापुरूषों ने सामाजिक जागरूकता के लिए जिस प्रकार से आंदोलन चलाए थे, ठीक उसी प्रकार आज नशे के खिलाफ भी आंदोलन की जरूरत है। युवाओं में सांस्कृतिक मूल्यों व विचारों को पैदा कर समाज में फैली कुरीतियों को खत्म किया जा सकता है।
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद महासचिव कृष्ण ढुल ने आयोजन में भाग लेने पहुंचे सभी का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद राज्यपाल एवं हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के प्रधान श्री सत्यदेव नारायण आर्य के मार्गदर्शन में बाल कल्याण से जुड़ी अनेकों गतिविधियों व कार्यों का संचालन कर रही है। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद का राज्यस्तरीय नशा निषेध समारोह आयोजित करने का उद्देश्य नशे के खिलाफ जागरूकता का प्रचार-प्रसार करना है ताकि समाज नशा मुक्त हो सके। उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा प्रदेश में 4 नशा मुक्ति केंद्र संचालित किए जा रहे हैं।