चंडीगढ़ : हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा की गई तैयारियों का जायजा लेकर अंतिम मोहर लगाने के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग की एक टीम बुधवार को चंडीगढ़ आ रही है। प्रदेश के सभी जिला उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक चुनावी तैयारियों के संबंध में केंद्रीय टीम के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। यह तय माना जा रहा है कि केंद्रीय टीम के दौरे के बाद हरियाणा में किसी भी समय चुनाव की घोषणा हो सकती है।
इस बैठक में हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल व उनकी टीम, प्रदेश की मुख्य सचिव केशनी आंनद अरोड़ा, डीजीपी मनोज यादव के अलावा कई आला अधिकारी मौजूद रहेंगे। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में राज्य के सभी 22 जिलों के डीसी और एसपी को भी तलब कर लिया है। इन अधिकारियों को कहा गया है कि वे चुनावी तैयारियों की पूरी रिपोर्ट लेकर आएं। सभी एसपी को निर्देश दिए गए हैं कि वह कानून व्यवस्था के लिए उठाए गए कदमों का पूरा ब्यौरा लेकर आएं।
इस बीच, यह बता दें कि राज्य निर्वाचन आयोग ने विस चुनावों का सुचारू रूप से संचालन करने के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग से पैरा-मिल्ट्री फोर्स की 200 कंपनियां देने की मांग की गई है। मौजूदा खट्टर सरकार का कार्यकाल दो नवंबर तक है। इससे पहले नयी सरकार का गठन होना है। भारत के चुनाव आयोग की ओर से हरियाणा सरकार को पिछले माह ही पत्र लिखकर उन अधिकारियों एवं कर्मचारियों के तबादले करने के निर्देश दिए थे, जो एक ही स्टेशन पर तीन वर्ष से अधिक समय से जमे हुए हैं।
इसी तरह से उन अधिकारियों के भी ट्रांसफर करने को कहा गया था, जिनकी पोस्टिंग गृह जिलों में हैं। इस संदर्भ में आयोग रिमांडर भी भेज चुका है। सरकार द्वारा पिछले कई दिनों से लगातार तबादले किए भी जा रहे हैं। अभी तबादलों की और भी तीन-चार सूचियां जारी होंगी। चुनाव आयोग की टीम बुधवार को सरकार द्वारा किए गए तबादलों का रिव्यू भी करेगी। केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम प्रदेश में पहले से स्थापित तथा नए मतदान केंद्रों का रिव्यू करके उसे भी मंजूरी प्रदान करेगी।
आयोग ने सिफारिश की है कि जिन बूथों पर मतदाताओं की संख्या 1500 से अधिक है, वहां दूसरा बूथ बनाया जाए। इस संदर्भ में भी सभी जिलों के डीसी से रिपोर्ट मांगी गई है। लोकसभा चुनावों में 19 हजार 400 बूथ थे और विस चुनावों में इनकी संख्या 20 हजार के करीब पहुंच सकती है।