जींद: छात्र संघ चुनाव की बहाली को लेकर इनसो ने विश्वविद्यालयों के मुख्य गेटों पर तालाबंदी करने का जो ऐलान किया हुआ है, उसके कारण आज चंद घंटों बाद सीआरएस विश्वविद्यालय के सामने एक तरह से चुनौती खड़ी होगी। सीआरएसयू के अस्तित्व में आने के बाद यह पहली चुनौती होगी, जिससे निपटने के लिए विश्वविद्यालय को पुलिस की सहायता लेनी पड़ रही है। इनसो के सामने दम दिखाने की चुनौती है तो विश्वविद्यालय प्रशासन के आगे उसे रोकने की। ऐसे में इनसो और विश्वविद्यालय दोनों के बीच दम दिखाने और उसे रोकने की कसौटी एक तरह से इम्तिहान की घड़ी है। जिस पर खरा उतरने के लिए दोनों की ओर से पूरा जोर लगाया जाएगा। हालांकि इनसो के ऐलान से निपटने के लिए सीआरएसयू प्रशासन ने तैयारी कर ली है।
विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर कोई तालाबंदी ना कर सकें और पूर्व दिनों की भांति पढ़ाई सुचारू रूप से जारी रहे, इसके लिए पुलिस प्रशासन से व्यवस्था बनाएं रखने के लिए सहायता मांगी गई है। वीसी डॉ. आर.बी सौलंकी ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन किसी भी सूरत में व्यवस्था को बिगडऩे नहीं देगा। अगर किसी संगठन ने जबरदस्ती विश्वविद्यालय के मुख्य गेट को ताला लगाकर छात्रों को अंदर आने से रोका तो उनके खिलाफ कानून अपना काम करेगा। इसलिए बेहतर यहीं है कि जो भी छात्र संगठन अपनी मांग को लेकर तालाबंदी की सोच रखता है, वह संयम बरतें ओर अपनी मांग शांतिपूर्ण तरीके से सरकार के समक्ष करें। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की पढ़ाई सुचारू रूप से चलाने के लिए संकल्पबद्ध है।
इसलिए कोई भी संगठन ऐसा कार्य ना करें, जिससे कानून की अवहेलना हो। वहीं छात्र संघ की मांग को लेकर इनसो के जिला प्रधान अनुराग खटकड़ ने विश्वविद्यालय का दौरा करने के बाद ऐलान किया कि इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला द्वारा छात्र हित में लिये गए इस बड़े फैसले को सिरे चढ़ाने के लिए यूनिवर्सिटी में हड़ताल कर प्रदेश युवा प्रभारी प्रदीप गिल के नेतृत्व में तालाबंदी की जाएगी। खटकड़ ने कहा कक्षाओं में जाकर छात्रों को आंदोलन में शामिल होने का न्यौता दिया गया है और कहा गया है कि उस दिन पढ़ाई बिल्कुल बन्द रहेगी। खटकड़ ने बताया कि टीचरों से भी आग्रह किया गया है कि वो भी उस दिन क्लास न पढ़ाए अगर क्लास पढ़ाने की जिद्द की तो फिर अगर कोई व्यवस्था खराब हुई उसका जिम्मेवार वो टीचर ही होगा जो क्लास पढ़ाने की जिद्द करेगा।
खटकड़ ने कहा कि ताला जड़कर इस गूंगी बहरी सरकार के कान खोलने का काम करेंगे। इनसो प्रधान ने कहा की अपने अधिकारों को प्राप्त करने के लिए इस लड़ाई को लडऩे के लिए अब भगत सिंह बनना पड़ेगा। अब समय बदलाव का आ गया है। अनुराग ने कहा की सरकार ने छात्रों के साथ धोखा किया है। इनसो इस धोखे का बदला लेने के लिए तैयार है। चाहे इसके लिए जेल जाना पड़े या गोलियां क्यों न खानी पड़े। खटकड़ ने कहा की सरकार युवा छात्रों का इतिहास उठाकर देख ले। छात्रों ने बड़े-बड़े तानाशाह लोगों को झुकने पर मजबूर किया है। अब युवा अपने अधिकारों के लिए लडऩे को तैयार है। दुनिया की कोई भी ताकत अब इन्हें नही रोक सकती। अनुराग ने कहा की यूनिवर्सिटी में हड़ताल करके इनसो तालाबन्दी सौ फीसदी करेगी। उनके साथ इस मौके पर आशीष शर्मा, विवेक बल्हारा, योगेश जोशी, विक्की धनखड़ी, टिटा आदि छात्र मौजूद थे।
– संजय शर्मा