सूबे में जींद और नरवाना के सफर के बीच गांव खटकड़ के नजदीक आखिरकार एक और टोल प्लाजा शुरू हो गया। शुक्रवार को टोल कंपनी ईगल के कर्मियों ने आवागमनकारियों से टोल टैक्स की वसूली शुरू कर दी। इसलिए प्लाजा पर वाहनों की लंबी-लंबी लाईन दिखाई दी। इसका भले ही धरातल पर विरोध ना दिखाई दिया हो कितुं शाब्दिक तौर पर कटाक्ष करते हुए जींद के लोगों ने कहा है कि हरियाणा के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचने में तेल से ज्यादा टोल टैक्स लगता है। इस टोल प्लाजा को लेकर बताया जा रहा है कि जींद से नरवाना की और आने-जाने वाले लाइट व्हीकल यानि कार, जीप आदि वाहनों को यदि उन्होंने फास्ट टैग लिया है तो एक साइड के 95 रुपए और दोनों साइड के 140 रुपए खटकड़ टोल प्लाजा को देने होंगे।
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यदि वाहन चालक ने फास्ट टैग नहीं लिया तो कैश लेन में आने-जाने के 95-95 रुपए यानि कुल 180 रुपए चुकाने होगें। इसी तरह से अन्य कैटगरी के वाहनों के लिए टोल फीस निर्धारित की गई है। एनएचएआई के प्रौजेक्ट डायरेक्टर वीके शर्मा के मुआयना करने और इसकी मंजूरी दिए जाने के बाद नेशनल हाइवे 352 को खोल दिया गया है।
केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्रालय ने जो टोल रेट की लिस्ट जारी उसके मुताबिक व्हीकल सिंगल फीस आने-जाने की फीस जिला के कमर्शियल वाहन सिंगल फीस कार, जीप, वैन अन्य लाइट व्हीकल के लिए 95, 140, 45,लाइट व्हीकल कमर्शियल, 150, 230, 75,बस और ट्रक 320, 475, 160,कमर्शियल व्हीकल थ्री एक्सल 345, 520, 175 तथा हैवी व्हीकल सिक्स एक्सल 500, 750, 250,हैवी व्हीकल मल्टी एक्सल 610,910, 305 निर्धारित की गई है। बता दे कि ये टोल फीस फास्ट टैग लेन वाले वाहनों के लिए है। यदि कैश लेन वाहनों के लिए दोनों साइड की फीस जो निर्धारित सिंगल फीस है वह दोगुनी वसूली जाएगी।
टोल प्लाजा पर वाहन चालकों ज्यादा देर तक लाइन में न खड़ा होना पड़े। इसके दोनों साइड में 4-4 फास्ट टैग लेन बनाई गई हैँ। जबकि दोनों साइड में एक-एक कैश लेन बनाई गई है। गांव के सरपंच बलकार सिंह ने बताया कि टोल को लेकर गांव का कोई विरोध नहीं है। हालाकिं नेताओं की जुबां से कुछ विरोध जरूर निकलकर बाहर आ रहा है।
614 करोड़ में तैयार हुआ फोरलेन
करीब 71 किलोमीटर लंबे इस नेशनल हाइवे अनूपगढ़ गांव से लेकर दातासिंह वाला (पंजाब बार्डर तक)को फोरलेन बनाने का कार्य दिनेश चंद्रा आर अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया गया है। शुरूआत में इसके निर्माण का बजट 552 करोड़ रुपए निर्धारित किया गया था। लेकिन बाद में कई जगहों पर अंडर ब्रिज बनाने के नए प्रपोजल आने के बाद इसके बजट में 62 करोड़ का और इजाफा कर दिया गया। कुल 614 करोड़ रुपए की राशि इस नेशनल हाइवे के फोरलेन बनाने में खर्च की गई है।