झज्जर : महिलाओं की सुरक्षा को लेकर झज्जर जिला पुलिस समय-समय पर लंबे-चौड़े दावे करती रही है। कई बार दुर्गा शक्ति एप व बसों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस ने एक जागरूकता अभियान चलाकर महिलाओं को उन्हें पूरी तरह से सुरक्षा मुहैया कराए जाने की बात भी कई बार कही है।
लेकिन जिला पुलिस का महिला शक्ति एप व जागरूकता अभियान कितना कारगर है इस बात का प्रमाण इसी बात से मिलता है कि मनचलों की छेड़खानी से परेशान छात्राएं या फिर महिलाएं पुलिस द्वारा जारी नम्बरों पर फोन कर मदद की गुहार भी लगाती है, लेकिन पुलिस का मौके पर पहुंचना तो दूर की बात छात्राओं को उन द्वारा पुलिस को किए गए फोन पर भी रिस्पोंस ठीक ढंग से नहीं मिलता।
यह हम नहीं कह रहे है बल्कि यह आपबीती है उन छात्राओं की जिन्होंने छेड़खानी से परेशान होकर पुलिस द्वारा महिलाओं के लिए जारी किए गए नम्बर 1091 व 100 नम्बर पर सम्पर्क किया। लेकिन वहां से उन्हें कोई रिस्पोंस नहीं मिला। दरअसल शनिवार को झज्जर के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में हरियाणा सरकार की ओर से चलाए जा रहे एक और सुधार कार्यक्रम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर राकी मित्तल लड़कियों की घर से निकलने के बाद सुरक्षा का जायजा लेने पहुंचे थे।
उनके सामने कई लड़कियों ने उन साथ मजनूओं द्वारा की जा रही छेड़खानी की शिकायत की और पुलिस द्वारा मदद न मिलने की बात कही। छात्राओं की इस शिकायत के बाद रॉकी मित्तल ने अपने साामने पुलिस हैल्पलाइनों पर फोन मिलवाया और इसके बाद जो हुआ वो हैरान कर देने वाला था। साफ पता चल रहा था कि पुलिस जान बूझकर लड़की की आवाज सुनना नहीं चाहती। यह सब जब हो रहा था तो उस समय सदर थाना प्रभारी सुखबीर सिंह महिला थाना पुलिस प्रभारी सुदेश कुमारी भी मौके पर मौजूद थी।
इसी कड़ी में एक के बाद एक कई लड़कियों ने अपना दुखड़ा सुनाया और कहा कि मनचले युवकों ने उनका जीना हराम कर रखा है। एक लडक़ी ने तो यह कहा कि जब उसे एक लडक़ा छेड़ रहा था तो उसने उसे एक थप्पड़ जड़ दिया। एक अन्य लड़की ने कहा कि उसे एक लडक़ा रोज छेड़ता है और एक दिन तो उस लडक़े ने उसका सरे बाजार हाथ ही पकड़ लिया।
(विनीत नरुला)