रोहतक : बहुचर्चित छात्रवृति घोटले को लेकर विजिलेंस की टीम ने अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा विभाग के उपनिदेशक व एक अन्य कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ने आरोपियों को अदालत में पेश किया। विजिलेंस ने अदालत में अर्जी देकर आरोपियों को सात दिन के रिमांड पर भेजने की मांग की। अदालत ने अर्जी पर सुनवाई करते हुए आरोपियों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि इस मामले में आरोपियों की पहले अग्रमि जमानत खारिज हो चुकी है और वह गिरफ्तारी से बचने के लिए छिपे हुए थे, पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार विजिलेंस की टीम ने गुप्त अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के उपनिदेशक राजेंद्र सिंह सांगवान व लेखाकार सुरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है। विजिलेंस टीम ने आरोपियों को अदालत में पेश किया और अर्जी देकर सात दिन का रिमांड मांगा।
विजिलेंस ने अदालत में बताया कि आरोपियों से गबन की गई राशि के बारे में पता करना है और अन्य जानकारी लेनी है। अदालत ने मामले पर सुनवाई करते हुए दोनों आरोपियों को चार दिन के रिमांड पर भेज दिया। विजिलेंस की टीम आरोपियों से पूछताछ कर रही है। विजिलेंस के डीएसपी ताहिर हुसैन का कहना है कि पूछताछ के बाद ही पूरे मामले का पटाक्षेप हो पाएगा और 16 सितंबर को आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि छात्रवृति घोटले में विजिलेंस ने तीस जुलाई को इस संबंध में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था और मामला दर्ज होने के बाद से ही आरोपी फरार चल रहे थे।