हरियाणा में हिसार संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत हिसार जिले के दो गांवों के लोगों ने लोकसभा चुनाव के लिए आज हुए मतदान का बहिष्कार किया। गांव बालावास के लोगों ने जलघर व तालाब पक्का करने की मांग पूरी न होने और सरसाना के लोगों ने तहसील बदले जाने के रोष स्वरूप मतदान का बहिष्कार किया। यह लोग उक्त मांग को लेकर पांच दिन से धरने पर बैठे हुए थे। जब सरकार और प्रशासन ने इनकी मांग नहीं मानी तो आज गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया।
हिसार के अतिरिक्त जिला उपायुक्त (एडीसी) ने गांव पहुंचकर गांव वालों को मनाने की कोशिश की पर वह नहीं माने। गांव में बहिष्कार का ऐलान होने से पहले केवल 16 डाले गए थे।
इसी तरह गांव सरसाना के लोगों ने गांव की तहसील बदले जाने के खिलाफ मतदान का बहिष्कार किया। ग्रामीणों के मुताबिक उनका गांव बरवाला तहसील के अंतर्गत आता था। कुछ महीने पहले ही सरकार ने उनके गांव को बरवाला तहसील से हटाकर नारनौंद क्षेत्र में नई बनी खेड़ चौपटा के अंतर्गत कर दिया, जिससे ग्रामीणों में रोष है। इन्होंने काई बार सरकार से इस पर विरोध भी जताया, लेकिन कोई सुनवाई न होने पर आज मतदान का बहिष्कार कर दिया। यहां पर बहिष्कार होने से पहले केवल 15 वोट डाले गए।