चंडीगढ़ : हमेशा से सीनियर आईएएस अशोक खेमका के साथ खड़े होने वाले प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने एक बार फिर न केवल उन्हें ईमानदार अफसर बताया है, बल्कि उनकी बात सुने जाने की वकालत भी है। उन्होंने कहा है कि अशोक खेमका एक ईमानदार अफसर है और उनकी बात तो सुनी जानी चाहिए।
विज का यह बयान तब आया है जब खेमका की ओर से मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लिखी गई चिट्ठी की बात सामने आई है, जिसमें उन्होंने अपने तबादले समेत कई मामलों पर अपनी बेबाकी से राय रखने के साथ उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की इजाजत मांगी है। इस चिट्ठी में उन्होंने भ्रष्ट अफसरों को अवॉर्ड देने और ईमानदार को छोटे महकमे देने जैसी बात भी लिखी है।
साथ कई मामलों में भ्रष्टाचार होने की ओर इशारा किया है। अनिल विज ने कहा है कि खेमका आदमी इमानदार है। बता दें कि भाजपा सरकार के पिछले कार्यकाल में खेमका के सात तबादले हुए। आखिर में उन्हें अनिल विज के महकमे पहले खेल और उसके बाद साइंस एंड टेक्नोलॉजी में लगाया गया था। साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट एक बार फिर विज के पास है और सरकार बनने के बाद खेमका इसी महकमे में थे, लेकिन 27 नवंबर को उनका तबादला यहां से आर्कियोलॉजी में कर दिया गया।
विज ने खेमका को एसीआर में दिए थे 10 में 9.92 अंक, सीएम ने घटाए थे। पिछले कार्यकाल में 2016-17 की एसीआर में मंत्री अनिल विज ने अशोक खेमका को एसीआर में से 9.92 अंक दिए थे। साथ ही यह टिप्पणी भी की थी कि खेमका इमानदार अफसर है। उन्होंने कई अफसरों के साथ काम किया, लेकिन खेमका मेहनती भी हैं।
जबकि इस एसीआर में तत्कालीन मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने 8.22 अंक दिए थे, जिनमें विज ने बढ़ोतरी की थी। बाद में मुख्यमंत्री ने अंक घटाकर 9 किए और विज की तरफ से की गई टिप्पणी को भी बढ़ाचढ़ा कर बताया था।