हथीन: हथीन सब डिविजनल के गांव आलीब्राहमण स्थित मन्दिर की परिक्रमा मार्ग पर आलीमेव गांव के कुछ लोगों द्वारा किए गए अवैध कब्जों को हटाने गई पुलिस पर अवैध कब्जाधारियों व ग्रामीणों ने जमकर पथराव किया। जिसमें लगभग आधा दर्जन पुलिसकर्मचारी घायल हो गए। इतना ही नहीं बल्कि ग्रामीणों की तरफ से पुलिस पर कई राऊंड फायरिंग भी की गई। पुलिस ने भीड को तित्तर बित्तर करने व स्थिति पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोडे। इस बीच सूचना मिलते ही पूरे पलवल जिले की पुलिस फोर्स व चारों डीएसपी भी मौके पर पहुंच गए। भारी पुलिस बल पहुंचने पर स्थिति पर काबू पाया गया। वहीं एक बार तो इस घटना से दोनों गांवों में तनावपूर्ण स्थिति बन गई थी। पथराव में तीन जेसीबी मशीन भी क्षतिग्रस्त हो गईं। घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए पलवल भेज दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव आलीब्राहमण और आलीमेव दोनों ही एक दूसरे से सटे हुए हैं तथा इन दोनों गांवों के मध्य में एक मंदिर है, जिसके परिक्रमा मार्ग पर आलीमेव गांव के कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर पक्के मकान और कोठियां तक बना लीं। इस संदर्भ में अदालत में मुकदमा चल रहा था। अदालती आदेशों पर वीरवार को हथीन के एसडीएम मुनीश शर्मा और तहसीलदार मानव मलिक के नेतृत्व में पुलिस बल जब गांव में पहुंचकर अवैध कब्जों को जेसीबी मशीन द्वारा हटवाने लगा। बताया जाता है कि अभी थोडी बहुत ही तोडफोड हुई थी कि इसी बीच कुछ लोगों ने एकदम पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और जेसीबी मशीनों के साथ भी तोडफ़ोड़ कर दी, तीन जेसीबी मशीन क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
बताया जाता है कि ग्रामीणों ने पुलिस पर कई राऊंड फायरिंग भी की। ग्रामीणों द्वारा किए गए पथराव में कमल किशोर, लीलू, सत्तार, चन्दन सहित लगभग आधा दर्जन पुलिसकर्मचारियों को चोटें आई हैं। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड कर भीड को तित्तर बित्तर किया। इसी बीच सूचना मिलते ही जिले के चारों डीएसपी मौजीराम, अभिमन्यू लोहान, सुरेश और रमेश भी भारी पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर किए गए पथराव से आलीब्राहमण गांव के लोगों में भारी रोष उत्पन्न हो गया और तनाव की स्थिति बन गई। बाद में भारी पुलिस बल के साये में तोडफोड अभियान पुन: शुरू किया गया। बताया जाता है कि मन्दिर के परिक्रमा मार्ग में लगभग एक दर्जन मकान व दो तीन कोठियां अवैध रूप से बनी हुई थी। समाचार भेजे जाने तक इस संदर्भ में कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
– माथुर