भिवानी: कृषि, विकास एवं पंचायत मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि हमें जीवन में नौकर नहीं बल्कि मालिक बनने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। मालिक वही बनते हैं जो हमेशा आगे चलते हैं ओर लीडर बनने का मादा रखते हैं। लीडर की राह एक तरह से धुंध में सबसे आगे गाड़ी चलाने जैसी है, जिसके सामने अनेक प्रकार की चुनौतियां होती हैं। मालिक हमेशा समाज को देने वाला होता है, जबकि नौकर लेने वाला होता है।
पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्री बनारसीदास गुप्त ने भी हर प्रकार की बाधाओं को पार करके समाज का नेतृत्व किया और वे सुलझे हुए कुशल नेता बने। उन्होंने समाज को प्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष रूप से समाज को बहुत कुछ दिया है। उनका जीवन प्रेरणा का स्रोत है। पंचायत मंत्री आज स्थानीय गोबिंदराम टिबड़ेवाल सभागार में वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट की हीरक जयंती के प्रारंभ पर पूर्व मुख्यमंत्री बनारसीदास गुप्त की जन्म शताब्दी को समर्पित समूह लोक नृत्य प्रतियोगिता कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज में हर प्रकार के लोग होते हैं।
नेताओं के प्रति समाज में गलत धारणा बनी हुई है, जबकि हर नेता बुरा नहीं होता है। उन्होंने कहा कि महान नेताओं ने बहुत त्याग और संघर्ष किया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी रेलवे स्टेशन पर चाय बनाने वाले परिवार से हैं। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपयी के पिता शिक्षक थे और हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल एक किसान के बेटे हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी एक शिक्षक रहे हैं और छात्र जीवन से संघर्ष करते आ रहे हैं, वे हमेशा लीडर की भूमिका में रहे। उन्होंने सभागार में मौजूद विद्यार्थियों से हाथ उपर करवाकर जीवन में हमेशा लीडर की भूमिका में रहकर मालिक बनने का संकल्प दिलवाया।कृषि मंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्त भी समाज के लिए अग्रणी भूमिका में रहे।
(दीपक खंडेलवाल)