नई दिल्ली/करनाल : हरियाणा के सैंकड़ो अध्यापकों ने आज नई दिल्ली स्थित भाजपा कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। अतिथि अध्यापक संघ की प्रधान मैना यादव तथा एक और महिला अध्यापक सुमन मान ने विरोध में अपना मुंडन करवा दिया। हालांकि हरियाणा सरकार ने दो दिन पहले ही अतिथि अध्यापकों के मानदेय में इजाफे का ऐलान किया था। लेकिन अतिथि संघ ने इसे काफी ना बताते हुए अपना प्रदर्शन बरकरार रखा। बीती 25 जून को अतिथि अध्यापको ने सीएम सिटी करनाल में मुंडन के साथ कमेटी चौंक पर प्रदर्शन किया था और साथ ही ऐलान किया था कि 14 जुलाई को भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय पर प्रदर्शन का ऐलान किया था।
नई दिल्ली में अतिथि अध्यापक संघ ने कहा कि उन्हें समान काम और समान वेतन चाहिए। हरियाणा सरकार करे ने केवल 20 प्रतिशत वेतन में वृद्घि की है। यह प्रदर्शन सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक जारी रहा। शाम को 4 बजे के बाद दिल्ली पुलिस के सैंकड़ो कर्मचारी भाजपा मुख्यालय पर पहुंच गए। दिल्ली पुलिस ने अतिथि अध्यापको को चंतावनी दी कि वह भाजपा मुख्यालय के सामने नहीं बैठ सकते। लेकिन अतिथि अध्यापक नहीं माने। बाद में दिल्ली पुलिस ने बसे मंगवा ली। और 100 से अधिक अतिथि अध्यापको को गिरफ्तार कर लिया।
इससे पहले अतिथि अध्यापक संघ की प्रधान मैना यादव तथा प्रदेश के संयोजक पार्थ शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर के अतिथि अध्यापक अपनी बहाली को लेकर लम्बे अरसें से आन्दोलन कर रहे है। हालांकि उनका आन्दोलन पिछली सरकार में शुरू हुआ था। लेकिन उस समय मौजूदा शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने गेस्ट टीचर्स को सरकार आते ही नौकरी पर रखने का आश्वासन दिया था। जिसके बाद हरियाणा अतिथि अध्यापकों ने मिलकर भाजपा का समर्थन किया। लेकिन भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद शिक्षा मंत्री तो राम बिलास शर्मा बने, लेकिन अतिथि अध्यापकों को नौकरी नहीं मिली। लगभग साढ़े तीन साल से गेस्ट टीचर्स सडकों पर है। करनाल में पिछले लम्बे अरसें से अतिथि अध्यापक धरने और हड़ताल पर भी रहे। लेकिन उनको नौकरी नहीं मिली। सरकार बार-बार आश्वासन देती रही। इस आन्दोलन के चलते 4 अतिथि अध्यापक शहीद भी हुए।
लेकिन उसके बाद भी सरकार नहीं जागी। आज विरोध प्रदर्शन में प्रदेश भर से अतिथि अध्यापक दिल्ली भाजपा कार्यालय के सामने एकत्रित हुए। इससे पहले इसी साल फरवरी में मैना यादव ने अपने बेटे के साथ सैक्टर-12 में मुंडन करवाया था। मैना यादव ने बताया कि चुनाव से पहले तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष व वर्तमान शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने सरकार बनते ही पहली कलम से अतिथि अध्यापकों को पक्का करने का वादा किया था। लेकिन सरकार बने हुए लगभग चार साल हो गए हैं और गेस्ट टीचरोंं के हित में कोई काम नहीं किया गया।
– हरीश चावला