बहादुरगढ़ : बहादुरगढ़ के किला मोहल्ला में बृहस्पतिवार को मेडिकल स्टोर पर दवा लेने गए विकास नामक युवक की हथियारबद्व युवकों ने गोली मार कर हत्या कर दी। युवक को लहूलुहान हालत में उपचार के लिए नागरिक अस्पताल लाया गया जहां कुछ देर बाद ही यवुक ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद पीडि़त परिवार पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल उठाए। साथ में पूर्व में हुए मामले को लेकर तत्कालीन एसएचओ पर 1 लाख रुपए समझौते के तौर पर लिए जाने के आरोप भी गढ़े हैं। पीडित परिवार का कहना था कि अगर पुलिस ने सही जांच की होती तो उनका बेटे की हत्या नहीं हुई होती। मौके पर पहुंचे बहादुरगढ़ के एएसपी लोकेंद्रसिंह ने इस मामले में एक जांच कमेटी गठित करने की बात कही है।
साथ में हत्यारोपियों की पहचान व उनकी धरपकड़ के लिए कई टीमों का गठन भी किया है। उधर विकास की मां का बुरा हाल था और बेटे की हत्या का पता चलने के बाद कई बार बेहोश हुई। परिवार ने विकास हत्या कांड में शामिल कई युवको के नाम का खुलासा भी किया मगर अपनी तरफ से बयान दर्ज न होने के कारण उनके नामो की पुष्टि नहीं हो सकी। शहर के बैंक कॉलोनी में रहने वाला 22 वर्षीय विकास अपने दो भाईयों में छोटा था। बृहस्पतिवार को वह करीब पौने दस बजे जिम से वापस आते हुए मेडिकल स्टोर की तरफ दवा लेने गया था। बताया गया है कि इसी दौरान एक गाड़ी व बाइक में सवार होकर हमलावरों विकास को टारगेट करते हुए उस पर कई गोलियां चलाई। गोली लगने से विकास वहीं गिर गया।
लहूलुहान हालत में उसे इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में लाया गया, जहां डाक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। दिन-दहाड़े सरेआम बाजार में युवक को गोली मारे जाने की वारदात के बाद आसपास क्षेत्र में भी हडकंप मच गया। जहां पर गोली चली आसपास में सन्नाटा पसर गया। बताया गया है कि हमलावर युवक हथियारों को लहराते हुए घटनास्थल से फरार हुए हैं। युवक को गोली मारे जाने की सूचना मिलते ही बहादुरगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह, थाना शहर एसएचओ सुमित कुमार के अलावा अन्य पुलिस टीमें मौके पर पहुंची। पुलिस ने घेराबंदी व नाकेबंदी करते हुए हमलावरों को पकडऩे के लिए जाल भी बिछाया लेकिन अभी तक वे पुलिस पकड़ से बाहर है। बता दें कि कुछ माह पहले एक घर में घुसकर झगड़ा हुआ था।
जब मारपीट करने वालों का पीछा किया गया था तो एक युवक नाले में गिर गया था और उसकी मौत हो गई थी। उस दौरान मृतक के परिजनों ने उसकी हत्या किए जाने का आरोप लगाया था। इस घटना में विकास का नाम भी आया था। विकास के पिता प्रदीप का कहना है विकास का इस मामले में कोई कसूर नहीं था बल्कि पुलिस ने उसका नाम भी शामिल करते हुए समझौत के नाम पर 1 लाख रुपए लिए थे। लेकिन अब समझौता होने के बाद भी उसके बेटे को मौत के घाट उतार दिया गया।
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– प्रेम शर्मा