अम्बाला : बीती 4 अक्टूबर को अंबाला शहर में एसिड अटैक की एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई थी। जिसमें लेबर डिपार्टमेंट अम्बाला में कार्यरत एक महिला पर कार्यालय से शाम को घर लौटते समय दो अज्ञात मोटर साईकिल सवारों ने तेजाब फैंक दिया और मौका से फरार हो गए। इस सम्बन्ध में महिला के भाई जितेन्द्र निवासी हिसार ने बलदेव नगर थाना में शिकायत दर्ज करवाई। जिसके बाद अम्बाला पुलिस चौकन्नी हो गई और जगह-जगह छापेमारी करके 8 अक्तूबर को इस वारदात में संलिप्त आरोपी अरूण वासी वोगा राम कालोनी, हांसी को हांसी से व आरोपी नितिन कुमार वासी वकील कालोनी हांसी को गुरुग्राम से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
आरोपियों ने पूछताछ के दौरान पता चला कि वे दोनों दोस्त थे तथा नितिन ने ही अरूण को वारदात के मास्टर मांईंड मोती से मिलवाया था। मुख्य आरोपी मोती ने अरूण को इस वारदात को अंजाम देने के बदले थ्री व्हीलर खरीदकर देने तथा नितिन को मोटर साईकिल खरीदकर देने का लालच दिया था। 30 सितम्बर, 2018 को अम्बाला आकर तीनों आरोपियों मोती, नितिन तथा अरूण द्वारा पीडिता की रेकी की गई और 1 अक्तूबर, 2018 की सुबह मोती वापिस चला गया तथा अरूण व नितिन वारदात को अंजाम देने की फिराक में अम्बाला रहे परन्तु इस वारदात को अंजाम देने मे नाकाम रहने के कारण आरोपी अरूण व नितिन भी 1 अक्तूबर, 2018 को ही वापिस चले गए। मोती व उसके सहयोगी अरूण योजनाबद्व तरीके से दोबारा 4 अक्तूबर, 2018 को अम्बाला आए, उस जगह की रेकी की जहां से पीडि़ता आती-जाती थी।
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इसी रोज सांय के समय पीड़िता कार्यालय से अवकाश होने के उपरांत अपने घर वापिस आ रही थी तथा जैसे ही वह सैक्टर-7 स्थित अपने घर के पास पहुंची तो आरोपियों ने उसके चेहरे पर ऐसिड फैंक दिया और वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। इस वारदात का मास्टर माईंड मोती जो पिछले कई दिनों से फरार चल रहा था,को भी पुलिस ने गत सांय नीलकण्ड उत्तराखंड से गिरफ्तार किया। बतौर पुलिस आरोपी मोती विदेश में मोबाईल सप्लाई करने का कार्य करता है और नेपाल के रास्ते विदेश भागने की फिराक में था लेकिन सर्तकता के कारण वह काबू कर लिया गया। पुलिस हिरासत में मीडिया से बातचीत के दौरान मोती ने बताया कि वह वर्ष 2009 से हांगकांग में रह रहा है। पीड़िता से उसकी दोबारा से बातचीत पिछले साल ही शुरू हुई थी।
वह हांगकांग से एम्बेसी के माध्यम से पीडि़ता को कभी 10 हजार तो कभी 20 हजार रूपये भेजता रहता था। मोती ने यह भी बताया कि पीड़िता को पैसे देने के बावजूद भी वह उसे अपने लुधियाना के एक दोस्त गौरव के साथ मिलकर फोन करके ब्लैकमेल कर रही थी कि उसकी कुछ आपत्तिजनक फोटो उसके पास हैं जिन्हें सार्वजनिक कर देगी। बतौर मोती इसी चलते उसने पीडि़ता पर ऐसिड अटैक करवाया ताकि वह उन फोटोग्राफ को सार्वजनिक करके वह उसकी इज्जत को खराब न कर सके। रूंधे गले से मोती ने यह भी बताया कि उसे अपनी इस करतूत का अब पछतावा है कि लेकिन जो चुका है उसे वापिस ठीक नहीं किया जा सकता।
(राजेन्द्र भारद्वाज)