जींद : इनेलो के अंदर पिछले कई दिनों से चले आ रहे आपसी खींचतान के घमासान की तस्वीर शनिवार को साफ हो गई। जींद की जिस धरा के स्थल पर 23 मार्च 1986 को जननायक चौ. देवीलाल ने रैली के मार्फत हरियाणा के हित में न्याय युद्ध छेड़ने का आह्वान किया था, उसी धरा से उनके पौत्र अजय सिंह चौटाला ने अपने सांसद बेटे दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय सिंह के साथ-साथ समर्थक नेताओं तथा उमड़ी भारी भीड़ के बीच एक ओर न्याय युद्ध छेडऩे का आह्वान करने के साथ-साथ जिस पार्टी की पाठशाला में राजनीति की ए,बी,सी,डी और क,ख,ग,घ सीख कर लंबे संघर्ष से इनेलो को सींचा था, उसको अलविदा कह दिया।
न्याय युद्ध की साक्षी बनी जींद की धरा को नमन करते हुए डा. अजय चौटाला ने भरे मन से इनेलो को अलविदा कहते हुए कहा कि मेरे अजीज बिल्लू (अभय चौटाला) ये चश्मा व इनेलो तुम्हें गिफ्ट करता हूं, इसे संभाल कर रखना, अब कार्यकर्ताओं का और ज्यादा अपमान मुझसे सहन नहीं होता। पिछले कई महीनों से मैं इस अपमान के घूंट को पी रहा था लेकिन अब तो इंतहा हो गई।
नये अध्याय की इबारत तैयार कर डा. चौटाला ने जींद के ताऊ देवीलाल ग्रांउड में उमड़ी लोगों की भीड़ संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार चौ. देवीलाल ने इसी मैदान से अन्याय के खिलाफ न्याय युद्ध की शुरूआत की थी, उसी तरह इसी धरा से 9 दिसंबर को न्याय युद्ध की शुरूआत होगी।
इस शुरूआत के दौरान नया झंडा-नया डंडा सबके सामने आएगा, जिससे हरियाणा की तकदीर बदलने के लिए एक खास अध्याय लिखा जाएगा। मीटिंग से रैली में तब्दील हुई लोगों की भीड़ को संबोधन के दौरान अजय चौटाला की इसी घोषणा के साथ ही मैदान में आए इनेलो के सैंकड़ों पदाधिकारियों ने अपने पदों से इस्तीफे की घोषणा करते हुए इनेलो को अलविदा कह दिया। इससे पहले अजय चौटाला द्वारा बुलाई गई इनेलो कार्यकारिणी की बैठक हुई।
बैठक में हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनंत राम तंवर की अध्यक्षता का प्रस्ताव रखा जिसे समस्त कार्यकारिणी ने हाथ उठा कर पास कर दिया। इसके बाद पदाधिकारियों ने मीटिंग में विचार रखे तथा सभी पदाधिकारियों ने ध्वनि मत से यह प्रस्ताव पास किया कि डा. अजय सिंह चौटाला, सांसद दुष्यंत चौटाला एवं दिग्विजय चौटाला का निष्कासन असंवैधानिक है। वक्ताओं ने बैठक में कहा कि सांसद दुष्यंत चौटाला एवं दिग्विजय चौटाला के कारण इनेलो में एक नई जान आई है और प्रदेश के अधिकतर युवा पार्टी के साथ जुड़े हैं।
इसके अतिरिक्त डबवाली की विधायक नैन सिंह चौटाला के हरी चुनरी की चौपाल कार्यक्रम ने इनेलो में महिलाओं को जोडऩे का अभूतपूर्व काम किया है। कार्यकारिणी ने माना कि एक साजिश के तहत इन सभी का निष्कासन किया गया है। सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मैंने संगठन को मजबूत करने के लिए 16 -16 घंटे काम किया है, बताओ मैंने कहां अनुशासनहीनता की। सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मैंने प्रदेश की हर समस्या सड़क से लेकर संसद तक उठाई है और अगर प्रदेश के लोगों की समस्याएं उठाना अनुशासनहीनता है तो यह अपराध मैं जीवन भर करता रहूंगा।
इसके बाद उपस्थित पदाधिकारियों ने पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की। इस अवसर पर विधायक राजदीप फौगाट, विधायक अनूप धानक, विधायक नैना सिंह चौटाला, इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। इस मौके पर पूर्व विधायक एवं कांग्रेसी नेता नफे सिंह वाल्मीकि ने कांग्रेस पार्टी छोड़ कर आज अजय चौटाला को अपना समर्थन दिया।
– संजय शर्मा