चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने 52वें हरियाणा दिवस को जल संरक्षण को समर्पित करते हुए ‘हरियाणा राज्य तालाब प्राधिकरण’ के गठन की घोषणा की जिसके तहत राज्य के करीब 14000 तालाबों के पानी को साफ करके सिंचाई के लिए प्रयोग किया जाएगा। इस अवसर पर मैगसैसे अवार्डी राजेंद्र सिंह ने 30 साल बाद दक्षिण हरियाणा तथा मसानी बांध तक हरियाणा सरकार द्वारा नहरी पानी पहुंचाने पर सरकार की खुले दिल से प्रशंसा की। हरियाणा स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह के लिए निर्धारित 100 करोड़ रूपए में से 60 करोड़ रूपए बच गए हैं, आज यह 60 करोड़ रूपए की राशि मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की किसानों की आमदनी दोगुना करने की सोच के अनुरूप सिंचाई के उपयोग के लिए खर्च करने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री आज यहां हरियाणा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग तथा हरियाणा सिंचाई अनुसंधान एवं प्रबंधन संस्थान के तत्त्वाधान में आयोजित ‘जल का सदुपयोग’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। जल संरक्षण पर अतुलनीय कार्य करने वाले मैगसैसे पुरस्कार से सम्मानित राजेंद्र सिंह को ‘वाटरमैन ऑफ इंडिया’ की संज्ञा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है कि आज के सेमीनार में उनके विचार व अनुभव सांझा करने का अवसर मिला है जो हरियाणा में जल संरक्षण की दिशा में योजना बनाने में सहायक सिद्घ होंगे।
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने बताया कि 135 किलोमीटर लंबे कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर जल संरक्षण की योजनाओं को आधुनिक तकनीक के साथ बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के प्रयासों से पिछले दिनों दक्षिणी हरियाणा के टिब्बों में नहरों की टेल पर पहुंचे पानी को देखकर युवा अचंभित थे और कह रहे थे कि उनके दादा-परदादा कहानी सुनाते थे कि इन नहरों को पानी लाने के लिए बनाया गया था परंतु 32 सालों में पहली बार इनमें पानी आया है।