फिरोजपुर झिरका : हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर मेवात में अकबर खां उर्फ रकबर खां के परिवार से मिलने गए जिसे पिछले दिनों अलवर (राजस्थान) में तथाकथित गौ-भक्तों ने पीट-पीट कर मार दिया था। डॉ. तंवर ने दिवंगत के परिवार से गहरी संवेदना व्यक्त की और कांग्रेस पार्टी की ओर से पूरे समर्थन तथा सहायता का आश्वासन दिया। डॉ. तंवर ने मांग की कि हरियाणा और राजस्थान की सरकारें दिवंगत के परिवार को 50-50 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दें ताकि पीडि़त परिवार को अपना कमाऊ सदस्य खोने के बाद जीवन यापन करने में कठिनाई न हो।
उन्होंने मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने तथा उसके बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने की मांग भी हरियाणा सरकार से की है। डॉ. तंवर ने हरियाणा की खट्टर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार के निक्कमेपन का इससे बड़ा सबूत क्या होगा कि हरियाणा के एक नागरिक की राजस्थान में हत्या कर दी जाती है परंतु मुख्यमंत्री चुप्पी धारण किए रहते हैं। उन्होंने कहा कि जब से हरियाणा में भाजपा की सरकार आई है तब से राज्य में इस प्रकार की पांच घटनायें घटित हो चुकी हैं परंतु सरकार की ओर से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा और राजस्थान की भाजपा सरकारें तथा केन्द्र की मोदी सरकार गौ-रक्षा के नाम पर बड़ी-बड़ी डींगे हांकती हैं पर इन राज्यों में गऊओं की स्थिति बहुत ही दयनीय है। ये सरकारें उन तत्वों पर जो गौ-रक्षा के नाम पर हत्यायें कर रहे हैं, नकेल डालने में बिल्कुल नाकाम रही हैं। डॉ. तंवर ने कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है देश व प्रदेश में असहिष्णुता, हिंसा, वैमनस्य और राजनीतिक नफरत का माहौल पैदा हो गया है।
यही कारण है कि भाजपा के सत्तासीन होने के बाद बेकाबू भीड़ द्वारा बेकसूर लोगों को पीट कर मारने की घटनाओं का सिलसिला शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि अलवर जिले से भाजपा के विधायक ज्ञानदेव आहुजा ने यह बात स्वीकार की है कि उसके आदमियों ने तो रकबर खां की पिटाई करते हुए उसकी सिर्फ टांग ही तोड़ी थी परंतु बाद में पुलिस वाले उसे थाने ले गए और वहां पर पुलिस द्वारा पीटे जाने के कारण रकबर खां की मृत्यु हो गई।
(पुष्पेन्द्र शर्मा)