नारनौल : हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन गोपाल शरण गर्ग की वायरल हुई अश्लील सीडी प्रकरण पर चेयरमैन द्वारा अपने विरोधियों पर लगाए गए आरोपों के जवाब में नगर परिषद नारनौल के पूर्व अध्यक्ष किशन चौधरी व उनके समर्थकों ने रविवार को यहां के एक होटल में पत्रकारवार्ता करके गर्ग के आरोपों को निराधार व बेबुनियाद बताया है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस सीडी की जांच सरकार तुरंत करवाये। चौधरी ने इतना तक भी कहा कि गर्ग अपने आप को इस सीडी में नहीं होने का दावा कर रहा तो वो खुद ही इस सीडी का जांच करवाकर इसके सर्टिफिकेट की प्रतियां नारनौल की जनता में बांट दें, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
उन्होंने यह भी कहा कि या फिर मीडिया के पांच लोगों की एक कमेटी ही क्यों ना इसकी जांच किसी लैब से करवा लें, ताकि असलियत लोगों के सामने आ जाएं। श्री चौधरी ने कहा कि सरकार का चेयरमैन गोपाल शरण गर्ग इस सीडी कांड में मेरा व मेरे भाई का हाथ बताकर नारनौल के लोगों का ध्यान भटकाना चाहता है। उन्होंने पत्रकार सम्मेलन में दावा करते हुए कहा कि मैं भगवान शिव का भक्त हूं और उनको साक्षी मानकर कहता है कि यदि इस मामले में मेरा या मेरे परिवार का जरा भी वास्ता मिले तो मैं शहर छोड़ दूंगा। उन्होंने कहा कि गोपाल शरण गर्ग से हमारा कोई व्यक्तिगत या जमीनी झगड़ा नहीं है, लेकिन यह व्यक्ति और इसके परिवार के सदस्य शहर के 36 बिरादरी के लोगों की पुरानी संस्था आदर्श सनातन सभा व एएसडी एजुकेशन सोसायटी पर पिछले 25 सालों से नाजायज कब्जा करके बैठे है, उसका हम विरोध कर रहे हैं।
ना अश्लील सीडी देखी और ना ही सीडी में मैं : गोपाल शरण गर्ग
अब गोपाल शरण गर्ग की रंगरलियों की सीडी आम लोगों में वायरल हो गई तो जनता का ध्यान भटकाने के लिए हम निराधार आरोप लगाकर झूठे मुकदमें दर्ज करवा रहा है। जिनसे हमारा परिवार ना तो पहले डरा है और ना डरेगा। किशन चौधरी ने कहा कि यह बड़ी हैरानी की बात है कि सीडी वायरल होने के बाद मीडिया के माध्यम से ही पता चला कि गोपाल शरण गर्ग पिछले सप्ताह ही अपना इस्तीफा सरकार को सौंप चुका है और उससे भी चौकानें की बात तो यह निकली कि सरकार ने चुपचाप गोपालशरण गर्ग का इस्तीफा लेकर रख लिया, लेकिन प्रदेश की जनता के सामने बयान तक जारी नहीं किए गए। श्री चौधरी ने कहा कि गोपालशरण गर्ग मीडिया में कौन सी नैतिकता की दुहाई दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सीडी वायरल हुई 12 अक्टूबर को जबकि सीएम को गुपचुप इस्तीफा सौंप रहे हैं 6 अक्टूबर को। श्री चौधरी ने कहा कि मेरे भाई पर ब्लैक मेलिंग का आरोप लगाकर रहे हैं 29 सितंबर की तिथि को और पुलिस में हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा रहे हैं 7 अक्टूबर को। किशन चौधरी ने माना कि उनका छोटा भाई गर्ग के चचेरे भाई के घर गया लेकिन वो सनातन धर्म सभा के मंच पर रामलीला के सिलसिले में बातचीत करने गया था और हर साल इस मुद्दे पर डिस्कस करता रहा है, परंतु यह बात अलग है कि इनकी डिस्कस कई सालों से सिरे नहीं चढ़ रही है। रामलीला की बात के प्रमाण के तौर पर उन्होंने यूपी के एक रामलीला संचालक नंबर भी पत्रकारों को दिये और सबके सामने उनसे बात भी की।
– रामचन्द्र सैनी