पानीपत : शहर के माडल टाउन स्थित एक बच्चों के अस्पताल में साढे चार माह के बच्चे को उपचार के दौरान नर्सिंग स्टाफ द्वारा लगाए गए इंजेक्शन के रिएक्शन करने से बच्चे की मौत हो गई। जिससे परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। हालांकि बच्चे के परिजनों ने बच्चे को नर्स द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने और बच्चे की हालत बिगड़ने पर अस्पताल चिकित्सकों व स्टाफ द्वारा बच्चे के ईलाज में भारी लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया हैं। अस्पताल में हंगामे की सूचना मिलते ही माडल टाउन पुलिस चौंकी प्रभारी अतर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन परिजनों द्वारा फिर भी हंगामा करने पर डीएसपी जगदीप दूहन मल्हौत्रा अस्पताल पहुंचे और परिजनों को बताया कि आपके ब्यान पर बच्चे के ईलाज में लापरवाही बरतने का केस दर्ज किया गया हैं। वहीं इस मामले में जांच में जो भी कोई अन्य दोषी मिला तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
उसके बाद बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया गया। वहां पर माडल टाउन चौंकी पुलिस ने तीन डाक्टरों के मैडिकल बोर्ड से बच्चे का पोस्टमार्टम किया, ताकि बच्चे की मौत के सही कारणों व किस समय हुई आदि कारणों का पता लग सके। जानकारी के अनुसार वार्ड 15 कृष्णपुरा के सुभाष पुत्र ओमप्रकाश का साढ़े चार माह के लड़के प्रिंस को माडल टाउन स्थित बच्चों के मल्हौत्रा अस्पताल में 28 अप्रैल को बुखार होने पर भर्ती करवाया गया और 29 अप्रैल को उसे छूट्टी दे दी गई। उसे फिर 30 अप्रैल को एक इंजेक्शन लगाने के लिए बुलाया था। इस बारे में मृतक बच्चे के मामा विकास व परिचित सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि 30 अप्रैल को दिन के करीब 10.30 बजे बच्चे को नर्सिंग स्टाफ ने इंजेक्शन लगाया तो बच्चे का शरीर नीला पड़ता चला गया।
हमनें डॉक्टर को बच्चे के ईलाज के लिए शहर के किसी अन्य चिकित्सक को बुलाने की बात कही थी पर किसी भी अन्य डाक्टर को नहीं बुलाया गया। वहीं अस्पताल वाले रात तक भी बच्चे का ईलाज करने की बात करते रहे और रात को करीब 1.30 बजे अस्पताल स्टाफ ने बताया कि ईलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई हैं। वहीं बच्चे के परिजनों का आरोप हैं कि रात को ही अस्पताल कर्मचारियों ने हमें अस्पताल से बाहर निकाल दिया। बच्चे के मामा विकास ने अस्पताल के ही एक बांसर टाईप कर्मचारी पर हथियार दिखाकर डराने का भी आरोप लगाया हैं। बच्चे की मौत की सूचना मिलने पर मंगलवार को अन्य परिजन व रिश्तेदार भी अस्पताल पहुंचे। वहां पर परिजनों ने बच्चे के ईलाज में डाक्टर व स्टाफ द्वारा भारी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
परिजनों का आरोप हैं कि डॉक्टर ने इंजेक्शन के लिए तो 2200 रूपये ले लिए पर इंजेक्शन बहुत कम रेट का कोई दूसरा इंजेक्शन लगा दिया। परिजनों ने बताया कि इंजेक्शन के लगते ही बच्चे का शरीर नीला पड़ता चला गया। जिससे बच्चे की मौत हो गई। पुलिस ने बच्चे के परिजनों के बयान पर ईलाज में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज किया गया। बता दे कि कृष्णपुरा के रहने वाले सुभाष की पत्नी रेणू को करीब 3 साल बाद बच्चा हुआ था और उसके उसी इकलौते बेटे की सोमवार रात को मौत हो गई। मल्हौत्रा अस्पताल में मंगलवार सुबह हंगामे की सूचना मिलने पर शहर के कई अस्पतालों के डाक्टर भी मल्हौत्रा अस्पताल में पहुंचे।
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