सिरसा : इंडियन नेशनल लोकदल (इनलो) में मचे घमासान के बीच इनसो अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने आज कहा कि अजय चौटाला की अनुपस्थिति (वह जेल में हैं) में उनके खिलाफ पार्टी के कुछ लोग साजिश कर रहे हैं। पूर्व उप-प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की जयंती के उपलक्ष्य में इनेलो की गोहाना में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में हुड़दंग मचने के बाद इनेलो में घमासान मचा हुआ है। हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला को निलंबन का नोटिस थमाया गया है जिसका जवाब देने का समय कल, 25 अक्तूबर को पूरा हो रहा है। इसके अलावा छात्र इकाई इनसो को भी भंग किया गया।
दिग्विजय ने अपने आवास पर प्रेसवार्ता में दावा किया कि गोहाना रैली में कोई शोर नहीं मचाया गया था बल्कि पार्टी नेताओं के नारे लगे थे। प्रेसवार्ता से सिरसा जिला के सांसद,विधायकों व पार्टी पदाधिकारियों ने दूरी बनाई। उन्होंने कहा कि इन नारों से उनका कोई वास्ता नहीं था,बल्कि पहली बार उनसे मंच संचालन की जिम्मेवारी भी छीन ली गई। उन्होंने कहा कि पार्टी के कुछ नेता पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के नाम का दुरूपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रैली में क्या हुआ इसकी जांच होनी चाहिए औरअगर दोनों भाईयों (दिग्विजय और दुष्यंत) पर कोई दोष साबित नहीं होता तो पार्टी मुख्यालय में बैठकर नोटिस भेजने वालों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि वे चौधरी देवीलाल के आदर्शों की राजनीति करते हैं और राजनीति में ओम प्रकाश चौटाला उनके नेता हैं। पूर्व सांसद अजय चौटाला दो नवंबर को जेल से बाहर आ रहे हैं जिसके बाद बनी स्थिति पर आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि चौधरी ओम प्रकाश चौटाला से वे मिले हैं,उन्होंने इनसो को भंग करने या दुष्यंत चौटाला को नोटिस का कोई जिक्र तक नहीं किया। दिग्विजय ने आरोप लगाया कि इनेलो के कुछ नेताओं ने इनसो की कैथल रैली में भीड़ रोकने का काम किया जिसकी ऑडियो, वीडियो रिकार्डिग उनके पास है। उन्होंने कहा कि समय आया तो उसका खुलासा भी किया जायेगा।