करनाल : बुधवार को पुलिस द्वारा पकड़े गए कृष्ण पहलवान की हत्या की योजना बनाने वाले गैंग के आरोपियों ने पुलिस रिमांड में खुलासा किया है कि आरोपीयों ने अपने मनसुबों को सिरे चढ़ाने के लिए यु.पी. के नामी गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी रामपूर जिला जोनपुर यु.पी. से मदद ली थी। जिससे आरोपी आदित्य की मुलाकात तिहाड़ जेल में उस समय हुई थी जब वह वहां पर बंद अपने चाचा उदयवीर से मिलने गया था। उसके चाचा ने उसकी मुलाकात मुन्ना बजरंगी से करवाई थी।
जिसने हत्या की इस साजिश के लिए आरोपीयों को हथियार बरामद करवाए थे। गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की करीब 15/20 दिन पहले जेल में हुए गैंगवार में हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने रिमांड में पूछताछ के दौरान अरोपियों की निशानदेही पर तीन देसी पिस्तौल एक नाइन एम.एम. व एक 32 बौर और एक 315 बौर की बरामद की। इसके साथ-साथ एक कारटेज 32 बौर व एक कारटेज 315 बौर भी बरामद की। आपको बता दे कि पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
एन्टी स्नैचिंग स्टाफ के इन्चार्ज ए.एस.आई प्रवीन कुमार ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि चार लडक़े हथियार के साथ अंसध रोड़ पर एक तेल की फैक्टरी के सामने मौजूद है। सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपी आदित्य, रोहित, रामपाल, दिनेश को असंध रोड़ पर कुताना चौंक से एक बंद पड़ी तेल की फैक्टरी के पास से हथियार समते काबू कर लिया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि हथियार सहित कोहण्ड से असन्ध रोड पर कुताना चैक के करीब सुनसान ईलाका मे बंद पडी तेल फैक्टरी के सामने मौजूद है और किसी बडी वारदात को अंजाम दे सकते है। आरोपियों ने पुछताछ के दौरान बताया कि वह यह हथियार सहारनपुर से खरीद कर लाये थे।
वह राहगीरों को लूट कर पैसे इक्टठा करके बडी वारदात को अंजाम देने के फिराक मे थें। पुछताछ पर आरोपी आदित्य ने बताया कि उनका सम्बन्ध 2015 में अभिनंदन वाटिका दिल्ली कृष्ण पहलवान दिचाउकला के भाई, इण्डियन नैशनल लोकदल के विधायक भरत सिंह की हत्या करने में है। उसके परिवार के सदस्य (चाचा उदयवीर उर्फ काला, भाई हेमन्त प्रधान व चाचा का लडका रवि उर्फ चुजा) ने भरत सिह की हत्या की थी। उसने बताया कि भरत सिंह की हत्या के गवाह विपिन वासी नजबगढ़ की हत्या में वह अपने परिवार वालो के साथ शामिल था। इस सम्बंध में वह तिहाड जेल दिल्ली मे बंद था और अब वह जमानत पर है।
आरोपी आदित्य ने बताया कि कृष्ण पहलवान व भरत सिंह ने वर्ष 2002 में उसके दादा सुरजमल व उसके ताऊ सुखबीर सिंह की हत्या करवा दी थी। जिसका बदला लेने के लिए उसने व उसके परिवार वालो ने मिलकर वर्ष 2015 में भरत सिंह की थी। वह सभी तो जेल मे बंद है। कृष्ण पहलवान की हत्या की जिम्मेवारी उसकी थी। जिसकी हत्या के लिए योजना बना रहे थे।
– हरीश चावला