भिवानी : नकल रहित अकल सहित परीक्षाओं के नारे को लेकर सात मार्च से परीक्षाएं शुरू कर 4 अप्रैल को खत्म करने वाले हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों ने आगे की परीक्षाओं एंव मूल्यांकन को हाईटैक तरीके से करवाने का निर्णय लिया है। अब मार्किंग को ऑनलाइन करवाया जाएगा। यही नहीं नकल के लिए बदनाम केन्द्रों पर तीसरी आँख का पहरा रहेगा। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड आने वाली परीक्षाओं में हाईटैक तकनीक का प्रयोग करने जा रहा है।
बोर्ड अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह व सचिव धीरेन्द्र खडग़टा ने बोर्ड मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में ना केवल भावी योजनाओं का खुलासा किया बल्कि कल ही सम्पन्न हुई परीक्षा पर भी संतोष जताया। बोर्ड अधिकारियों के अनुसार 7 मार्च से शुरू होकर 4 अप्रैल तक चली परीक्षाओं के दौरान 8 लाख 25 हजार 740 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। नकल के 4976 नकलची पकड़े गए। 46 केन्द्रों की परीक्षा रद्द की गई जिनकी परीक्षा इन परीक्षार्थियों के साथ ही चार अप्रैल को सम्पन्न हुई। उन्होंने बताया कि बोर्ड ने जीरो टोलरेंस पर काम करते हुए इन परीक्षाओं में नकल रोकने के प्रयास किए व नकलची पकड़ने के साथ साथ पूरे परीक्षा केन्द्र ही शिफ्ट कर डाले।
उन्होंने कहा कि विगत परीक्षाओं में 5300 के करीब मामले नकल के पकड़े गए थे जबकि इस बार आंकड़ा विगत वर्ष से कम रहा। वहीं बोर्ड सचिव धीरेन्द्र खडग़टा ने खुलासा करते हुए बताया कि आने वाली परीक्षाओं में नया प्रयोग अमल मे लाया जाएगा। इसके तहत डीएड व कम्पार्टमैंट की परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन ऑनलाइन करवाया जाएगा जिसमें और पारदर्शिता आएगी। वहीं उन्होंने बताया कि संवेदनशील व अति संवेदनशील परीक्षा केन्द्रों की सूची तैयार की जा रही है।
देश की हर छोटी-बड़ी खबर जानने के लिए पढ़े पंजाब केसरी अखबार।
(कृष्णसिंह)