चंडीगढ़ : हरियाणा के करनाल में करीब 100 एकड़ में ‘फार्मा पार्क’ का निर्माण किया जाएगा। फार्मास्यूटिकल कंपनियों की सुविधा के लिए प्रदेश में ‘हरियाणा फार्मास्यूटिकल पोलिसी 2018’ बनाई जा रही है। चंडीगढ़ में हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल ने ‘हरियाणा फार्मास्यूटिकल पोलिसी 2018’ के निर्माण के लिए सुझाव लेने हेतु दवा निर्माता कंपनियों के प्रतिनिधियों की बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह व निदेशक अशोक सांगवान भी मौजूद थे।
हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग द्वारा आयोजित इस बैठक में हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में स्थित दवा कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। सभी प्रतिनिधियों ने हरियाणा सरकार द्वारा दवा कंपनियों के हितों के लिए बनाई जा रही पोलिसी की प्रशंसा की और सरकार के प्रयास को सराहते हुए कहा कि हरियाणा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि दवा निर्माता कंपनियों से सलाह करके ‘फार्मास्यूटिकल पोलिसी’ का निर्माण किया जा रहा है।
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल ने सभी प्रतिनिधियों को हरियाणा में फार्मास्यूटिकल के क्षेत्र में निवेश करने का आह्वान करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा हरियाणा के करनाल में करीब 100 एकड़ में ‘फार्मा पार्क’ का निर्माण किया जाएगा जिसमें फार्मास्यूटिकल के क्षेत्र में कंपनियां लगाने वाले लोगों को विशेष रियायतें व सुविधाएं दी जाएंगी। इस ‘फार्मा पार्क’ में करीब 3,000 करोड़ रूपए का निवेश होने की संभावना है जिससे करीब 33,000 लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है। राज्य सरकार का ‘हरियाणा फार्मास्यूटिकल पोलिसी 2018’ बनाने का मुख्य उद्देश्य सरकार से संबंधित दवा कंपनियों के कार्य को सरल बनाने व राज्य के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार देना है।
(आहूजा)