जींद : जींद की डिफेंस कालोनी स्थित शांति बाल आश्रम (शैल्टर होम) में रह रही दो नाबालिग लड़कियां देर रात फरार हो गई। लड़कियां संचालक को घूमने की बात कहकर शैल्टर होम से बाहर निकली थी। सुबह दोनों लड़कियां वकील के साथ सीधा कोर्ट पहुंची, जहां उन्होंने शांति बाल आश्रम (शैल्टर होम) वापस जाने से मना कर दिया। दोनों में से एक लड़की ने शैल्टर होम संचालक पर मारपीट व छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए जबकि दूसरी लड़की ने भी मारपीट व खाना नहीं देने के आरोप लगाए हैं। अदालत ने दोनों नाबालिग लड़कियों को नारी निकेतन करनाल भेज दिया है। वहीं शैल्टर होम संचालक डॉ. दिनेश ने अपने ऊपर लगाए सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि वे पूरी तरह से जांच को तैयार है। अगर निष्पक्ष जांच हुई तो उनके ऊपर लगे हुए आरोप बेबुनियाद साबित होंगे।
उन्होंने कहा कि घर में उसकी पत्नी और मां भी साथ रहती है। इसके अलावा अन्य लड़कियां भी है। वह पूरी तरह से पाक साफ है और किसी षड्यंत्र के तहत ही उस पर तथा उसके परिजनों पर आरोप लगाएं जा रहे है। डीएसपी रामभज ने बताया कि लड़की की शिकायत पर डॉ. दिनेश के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है। लड़कियों का मैडिकल भी करवाया जाएगा। डिफेंस कालोनी निवासी डॉ. दिनेश अपने घर में ही शांति बाल आश्रम के नाम से लगभग एक साल से शैल्टर होम चला रहा है। इस शैल्टर होम में छह लड़कियों सहित एक आठ साल का लड़का तथा एक दूध पीता ढाई माह का बच्चा है। डॉ. दिनेश के अलावा शैल्टर होम में उसकी पत्नी रीना तथा दिनेश की वृद्ध मां भी रहती है।
शेल्टर होम कांड में बड़ा खुलासा : लड़कियों के साथ होती थी यौन हिंसा
गुरुवार रात को संचालक व उसके परिजनों को चकमा देकर शैल्टर होम में रहने वाली दो लड़कियां फरार हो गई। इसकी भनक डॉ. दिनेश व परिजनों को लगते हुए उन्होंने आसपास तलाश किया, लेकिन लड़कियों का पता नहीं लगा। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर डीएसपी रामभज, महिला थाना प्रभारी कमलेश दल-बल के साथ पहुंचे और फरार लड़कियों की तलाश शुरू की, लेकिन उनका कहीं पता नहीं लग सका। शुक्रवार सुबह दोनों लड़कियां वकील के माध्यम कोर्ट परिसर पहुंची। यहां मीडिया के सामने दोनों लड़कियां खुलकर बोल पड़ी।
एक लड़की ने डॉ. दिनेश पर मारपीट तथा छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए। उसने बताया कि जब वह शैल्टर होम गई तो उसे पहले दिन खाना तक नहीं दिया गया। डॉ. दिनेश ने उसे किसी दूसरे लड़के से शादी करवाने का दबाव बनाया। वहीं दूसरी नाबालिग लड़की ने भी संचालक दिनेश पर मारपीट करने तथा खाना नहीं देने के आरोप लगाए हैं। दोनों लड़कियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से एक नाबालिग लड़की ने अपने प्रेमी या उनके परिजनों के साथ जाने की बात कही, लेकिन अदालत ने दोनों ही लड़कियों को नारी निकेतन भेजने के आदेश जारी किए।
– संजय शर्मा